स्वामी स्वरुपानंद
Dec 15, 1903
19:00:00
Ratnagiri
73 E 22
17 N 0
5.5
The Times Select Horoscopes
सटीक (स.)
स्वामी स्वरुपानंद कार्यालय की राजनीति से दूर रहना पसन्द करते हैं और पद के लिये लड़ना स्वामी स्वरुपानंद को पसन्द नहीं है। ऐसी स्थितियां ढूंढें जहां स्वामी स्वरुपानंद अकेले एवं अपनी पसन्द का कार्य अपनी गति से कर सकें। जैसे लेखन, चित्रकारी और कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग इत्यादि।
स्वामी स्वरुपानंद की ऊर्जा एवं शक्ति स्वामी स्वरुपानंद के व्यक्तित्व का एक विशेष गुण है। जब अन्य लोग सोच रहे होते है तब स्वामी स्वरुपानंद कर रहे होते हैं और ‘जो पहले आवे सो पावे‘। स्वामी स्वरुपानंद को ऐसे सभी कार्यक्षेत्रों को भूल जान चाहिये जहां सूट-बूट एवं दिखावे का बोलबाला हो। स्वामी स्वरुपानंद ऐसी वाह्य गुणों से परे कहीं अधिक व्यावहारिक हैं। यहां तक कि वे स्वामी स्वरुपानंद को व्यग्र कर देती हैं। स्वामी स्वरुपानंद जमीन से जुड़े एक कार्यशील व्यक्ति हैं जो सबकुछ करने के लिये सदैव तत्पर रहता है। स्वामी स्वरुपानंद सच्चे जीवन और फिल्मी पर्दे दोनों में एक अन्वेषक की भूमिका बखूबी कर सकते हैं। स्वामी स्वरुपानंद एक ‘सर्जन‘ की तरह बेहतर कार्य कर सकते हैं बजाय कि एक वित्तीय सलाहकार के। ऐसा कोई भी कार्य जहां कुछ बनाने की कला कि आवश्यकता होती है स्वामी स्वरुपानंद वहां सफल हो सकते हैं। इंजीनियरिंग इस प्रकार का एक कार्यक्षेत्र कहा जा सकता है। समुद्र सम्बन्धी ऐसे कई कार्य हैं जो स्वामी स्वरुपानंद के लिये पूर्णतः उपयुक्त हैं। स्वामी स्वरुपानंद के अन्दर एक वायुयान-चालक सरीखा साहस है। जमीन से जुड़ी हुई स्वामी स्वरुपानंद की ऊर्जा के अनुरूप भी कई कार्यक्षेत्र हैं। स्वामी स्वरुपानंद सिर्फ एक बेहतरीन किसान ही नहीं हो सकते बल्कि स्वामी स्वरुपानंद एक बेहतर सर्वेक्षक, खदान इंजीनियर या खदान-अन्वेषक भी हो सकते हैं।
स्वामी स्वरुपानंद अपने व्यावसायिक भागीदारों के सम्बन्ध में भाग्यशाली नहीं रहेंगे। स्वामी स्वरुपानंद अपने भविष्य को स्वतः ही बनाएंगे एवं स्वामी स्वरुपानंद को दूसरों से अधिक सहायता नहीं मिलेगी। लेकिन स्वामी स्वरुपानंद की असफलता का कोई कारण प्रतीत नहीं होता और यहां तक कि स्वामी स्वरुपानंद पैसे वाले होंगे। आर्थिक मामलों में स्वामी स्वरुपानंद का तीक्ष्ण दिमाग स्वामी स्वरुपानंद को कई सुअवसर दिलवाएगा। कभी-कभी स्वामी स्वरुपानंद अत्यन्त धनवान होंगे और कभी इसके विपरीत होगा। जब स्वामी स्वरुपानंद के पास धन होगा, तो स्वामी स्वरुपानंद खर्चीले स्वभाव के होंगे और जब नहीं होगा तो स्वामी स्वरुपानंद उस परिस्थिति के अनुकूल हो जाएंगे। वस्तुतः, स्वामी स्वरुपानंद स्वाभाविक तौर पर लोगों को व परिस्थितियों को शीघ्र स्वीकार कर लेते हैं, जो कि खतरनाक है। अगर स्वामी स्वरुपानंद इस बात का ध्यान रखेंगे,तो स्वामी स्वरुपानंद किसी भी उद्योग या व्यापार में सफल होंगे।