तब्बू
Nov 4, 1971
12:00:00
Hyderabad
78 E 26
17 N 22
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
तब्बू के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः तब्बू विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, तब्बू प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस तब्बू के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति तब्बू का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार तब्बू विवाह बन्धन में बंध गये, तो तब्बू इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
तब्बू के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, तब्बू स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर तब्बू जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र तब्बू के शरीर का ऐसा भाग है, जो तब्बू को सर्वाधिक परेशानी देगा। तब्बू को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। तब्बू को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी तब्बू को यह सलाह है कि तब्बू पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। तब्बू की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण तब्बू जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरतब्बू युवा-मण्डली में रहते हैं, तो तब्बू कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
यात्रा तब्बू के लिये समय व्यतीत करने का सर्वोत्तम साधन है, काश कि तब्बू के पास खुले दिल से इसमें लगाने के लिये समय एवं धन होता।तब्बू को कम से ही सन्तुष्ट होना सीखना चाहिए। ताश खेलना आनन्ददायी है और इसमें कोई शक नहीं है कि तब्बू को वस्तुएं निर्मित करने में एक अलग मजा आता है,चाहे वो वायरलॅस सेट बनाना हो या फोटोग्राफिक प्रिण्ट लेना।