ताजिंदर सिंह
May 25, 1992
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Dholpur
84 E 27
20 N 38
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
ताजिंदर सिंह जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, ताजिंदर सिंह की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, ताजिंदर सिंह को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। ताजिंदर सिंह ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। ताजिंदर सिंह का घर ताजिंदर सिंह के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। ताजिंदर सिंह सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर ताजिंदर सिंह कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर ताजिंदर सिंह प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, ताजिंदर सिंह अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां ताजिंदर सिंह के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
ताजिंदर सिंह के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, ताजिंदर सिंह स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर ताजिंदर सिंह जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र ताजिंदर सिंह के शरीर का ऐसा भाग है, जो ताजिंदर सिंह को सर्वाधिक परेशानी देगा। ताजिंदर सिंह को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। ताजिंदर सिंह को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी ताजिंदर सिंह को यह सलाह है कि ताजिंदर सिंह पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। ताजिंदर सिंह की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण ताजिंदर सिंह जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरताजिंदर सिंह युवा-मण्डली में रहते हैं, तो ताजिंदर सिंह कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
यात्रा ताजिंदर सिंह के लिये समय व्यतीत करने का सर्वोत्तम साधन है, काश कि ताजिंदर सिंह के पास खुले दिल से इसमें लगाने के लिये समय एवं धन होता।ताजिंदर सिंह को कम से ही सन्तुष्ट होना सीखना चाहिए। ताश खेलना आनन्ददायी है और इसमें कोई शक नहीं है कि ताजिंदर सिंह को वस्तुएं निर्मित करने में एक अलग मजा आता है,चाहे वो वायरलॅस सेट बनाना हो या फोटोग्राफिक प्रिण्ट लेना।