ट्रिशा
Sep 19, 1964
21:23:00
Monticello (GA)
83 W 40
33 N 18
-4
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
ट्रिशा जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, ट्रिशा की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, ट्रिशा को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। ट्रिशा ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। ट्रिशा का घर ट्रिशा के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। ट्रिशा सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर ट्रिशा कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर ट्रिशा प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, ट्रिशा अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां ट्रिशा के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
यह कहना ठीक नहीं होगा कि ट्रिशा हृष्ट-पुष्ट हैं। लेकिन इसका कोई कारण नहीं है कि ट्रिशा दीर्घायु नहीं हो सकतेय बस थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। दो रोग ध्यान देने योग्य हैं - अपच व गठिया। अपच से बचने के लिसे भोजन लेते वक्त जल्दबाजी न करें तथा शान्ति पूर्वक भोजन लें। साथ हीे भोजन को सही समय पर लें। गठिया से बचने के लिये ध्यान रखें कि ट्रिशा अपने जोड़ों को आर्द्र वायु, ठण्डी हवाओं और गीलेपन आदि से दूर रखें।
ट्रिशा को अपने मिजाज के अनुरूप ही अपने फुरसत के लम्हों को बिताना चाहिए। यह देखते हुए कि ट्रिशा आराम पसन्द हैं, ट्रिशा श्रम व थकावट भरे खेलों को पसन्द नहीं करते हैं। ट्रिशा दूसरों की संगति पसन्द करते हैं और जीवन के उज्ज्वल भाग को देखते हैं। ताश खेलना ट्रिशा को पसन्द है, लेकिन सिर्फ तभी जब उसमें पैसा जुड़ा हुआ हो। यहां पर ट्रिशा को जुए के प्रति सावधान करने की आवश्यकता है। यदि ट्रिशा ने एक बार इसे अनुमति दी, तो यह ट्रिशा पर नियन्त्रण कर सकता है।