उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां
Apr 29, 1919
12:00:00
Jammu
74 E 52
32 N 42
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां को प्रतिस्पर्धा और जोखिम भरे काम पसन्द हैं,अतः उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां अपना कार्यक्षेत्र शीघ्र परिवर्तित करते हैं। उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां को ऐसा कार्य चुनना चाहिए,जिसमें अनेक आयाम हों और आगे बढ़ने के अवसर हों ताकि उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां समय-समय पर परिवर्तन से बचें। अतः उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां को जल्दी-जल्दी कार्यक्षेत्र परिवर्तित नहीं करना चाहिए।
उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां ऐसे किसी कार्य से प्रसन्न नहीं रहेंगे जो नीरस और सुरक्षित हो। जब तक कि उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां का कार्य उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां के लिये नित नई परेशानियां सुलझाने के लिये नहीं लाता, उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां संतुष्ट नहीं होंगे। परन्तु ऐसा कुछ भी जिसमें खतरे का थोड़ा सा तड़का हो वह उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां को और अधिक प्रसन्न करेगा। सर्जन,कन्सट्रक्शन इंजीनियर और उच्चतर प्रबन्धन आदि, इस तरह के कार्यक्षेत्र के कुछ उदाहरण हैं। सर्जन का कार्य उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां को इसलिये आकर्षित करता है क्योंकि लोगों की जिन्दगियां व उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां की स्वयं की प्रतिष्ठा उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां के कार्य पर हमेशा ही निर्भर करती हैं। एक कन्सट्रक्शन इंजीनियर को हमेशा ही निर्माण सम्बन्धी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हमारे कहने का आश्रय यह है कि ऐसा कोई कार्य जिसमें अत्यधिक क्षमता की जरूरज हो व हमेशा खतरों की सम्भावना हो।
उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां की आर्थिक स्थिति बहुत ही विरोधाभासी होगी। पहले तो उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां का भाग्य बहुत अच्छा चलेगा, किन्तु बाद में उतने ही समय के लिये बिल्कुल विपरीत दिशा में चलेगा और कुछ भी ठीक न होता हुआ प्रतीत होगा। उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां को को सभी प्रकार के जुए व सट्टेबाजी से दूर रहना चाहिए और अपने खर्चीले स्वभाव पर नियन्त्र रखना चाहिए। उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां धन सम्बन्धी अनिश्चित परिस्थितियों में फंस सकते हैं। उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां आरम्भिक स्थिति में कुछ धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां उसे रोक नहीं पाते हैं। उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां के विचार व युक्तियाँ उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां की पीढी से आगे के होते हैं। उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां को अनिश्चितताओं में लिप्त होने में आनन्द आता है, परन्तु अन्त में ये उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां को नुकसान देंगे। विद्युत, वायरलॅस, रेडियो, टीवी, चलचित्र, भवन-निर्माण वसाथ ही साहित्य या अन्य कोई कल्पनाशील रचना आदि से जुड़े हुए विचार उस्ताद अल्लाह रक्खा ख़ां के लिये श्रेष्ठ हैं।