एक तस्वीर व्यक्ति-विशेष के बारे में बहुत कुछ बताती है। इतना ही नहीं, सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार चित्र किसी के व्यक्तित्व की गुत्थी को सुलझाने का पहला क़दम हो सकता है। सामुद्रिक एक प्राचीन भारतीय विद्या है, जिसमें शारीरिक संरचना के आधार पर भविष्यवाणी की जाती है। यह भारतीय ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण भाग है, जिसमें शरीर के अंग-प्रत्यंग का अध्ययन करके फलादेश किया जाता है। हस्तरेखा विज्ञान वस्तुतः सामुद्रिक का ही एक अंग है, जिसमें हाथ की रेखाओं के आधार पर भविष्यकथन किया जाता है। यद्यपि पामिस्ट्री या हस्तरेखा अब सामुद्रिक शास्त्र से अधिक प्रचलित हो चुकी है। एस्ट्रोसेज में हमने एक फोटो गैलरी शामिल की है जिसमें तस्वीरों व चित्रों को अध्ययन के लिए सम्मिलित किया गया है।
पाएँ वायलर रवि की फोटो गैलरी, वायलर रवि की तस्वीरें और वायलर रवि के चित्र, जिनकी मदद से आप सामुद्रिक शास्त्र, हस्तरेखा, ज्योतिष व अन्य पद्धतियों से जुड़े अध्ययन कर सकेंगे। यह वायलर रवि से संबंधित ज्योतिष की भविष्यवाणियों का ही परिवर्धन है, जिसे आप एस्ट्रोसेज.कॉम पर पाएंगे। इन चित्रों को समय-समय पर अपडेट किया जाता है।
वायलर रवि
Jun 4, 1937
12:00:00
Alappuzha
76 E 20
9 N 28
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)