विजय कुमार
Aug 19, 1985
17:15:0
Hamirpur
76 E 36
31 N 38
5.5
Others|Rectified by Punit Pandey
विजय कुमार प्रेम को बड़ी गम्भीरता से लेते हैं। वस्तुतः, विजय कुमार से पाने का प्रयास इस तरह करते हैं, कि विजय कुमार का प्रिय उससे भयभीत हो सकता है। एकबार प्रेम की निर्बाध धारा प्रवाहित होना प्रारम्भ हो जाए, विजय कुमार दर्शाते हैं कि विजय कुमार का लगाव गहरा व वास्तविक है। विजय कुमार एक सहानुभूतिपूर्ण जीवनसाथी हैं और जिससे विजय कुमार विवाह करेंगे, वह विजय कुमार का अखण्ड प्रेम प्राप्त करेगा। हांलाकि विजय कुमार उससे यह उम्मीद करते हैं कि वह विजय कुमार की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुने, परन्तु विजय कुमार के अन्दर दूसरों की बात को ध्यान से सुनने का धैर्य नहीं है।
विजय कुमार की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन विजय कुमार स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण विजय कुमार की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। विजय कुमार अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, विजय कुमार जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें विजय कुमार की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो विजय कुमार खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
पठन, चित्रकारी, नाटक और इसी तरह के समय बिताने के वेतरीके, जिसमें कलात्मक व साहित्यिक सोच की आवश्यकता हो; विजय कुमार के दिमाग में घरकरेंगे। इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा, यदि विजय कुमार के अन्दर आध्यात्मिकता या पराविद्याके प्रति रुचि जागृत हो। यात्रा से जुड़ी सभी वस्तुएं विजय कुमार को आकर्षित करतीहैं, चाहे वह ज़मीन हो, समुद्र या हवा हो। क्रिकेट एवं फुटबाॅल जैसे खेलों के लिये विजय कुमार के पास बहुत कम समय होगा। यद्यपि, विजय कुमार के पास टेबिल-टेनिस, कैरम,बैडमिण्टन जैसे ‘इन्डोर‘ खेलों में विजय कुमार की अभिरुचि होगी।