विराट कोहली
Nov 05, 1988
10:28:00
Delhi
77 E 13
28 N 39
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
विराट कोहली के अन्दर विषय की गहराइयों को समझने की क्षमता है और विराट कोहली को उसी दिशा में कार्यक्षेत्र का चयन करना चाहिये। ये प्रोजेक्ट अपने विराट कोहली में पूर्ण होने चाहिये और उसे खत्म करने की कोई समय-सीमा या दवाब नहीें होनी चाहिये। उदाहरणार्थ, यदि विराट कोहली ‘इंटीरियर डीजाइन‘ को अपना कार्यक्षेत्र बनाते हैं, तो विराट कोहली के उपभोक्ताओं के पास प्रचुर धन होना चाहिये ताकि विराट कोहली अपना कार्य उत्तम तरीके से कर सकें।
विराट कोहली ऐसे किसी कार्य से प्रसन्न नहीं रहेंगे जो नीरस और सुरक्षित हो। जब तक कि विराट कोहली का कार्य विराट कोहली के लिये नित नई परेशानियां सुलझाने के लिये नहीं लाता, विराट कोहली संतुष्ट नहीं होंगे। परन्तु ऐसा कुछ भी जिसमें खतरे का थोड़ा सा तड़का हो वह विराट कोहली को और अधिक प्रसन्न करेगा। सर्जन,कन्सट्रक्शन इंजीनियर और उच्चतर प्रबन्धन आदि, इस तरह के कार्यक्षेत्र के कुछ उदाहरण हैं। सर्जन का कार्य विराट कोहली को इसलिये आकर्षित करता है क्योंकि लोगों की जिन्दगियां व विराट कोहली की स्वयं की प्रतिष्ठा विराट कोहली के कार्य पर हमेशा ही निर्भर करती हैं। एक कन्सट्रक्शन इंजीनियर को हमेशा ही निर्माण सम्बन्धी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हमारे कहने का आश्रय यह है कि ऐसा कोई कार्य जिसमें अत्यधिक क्षमता की जरूरज हो व हमेशा खतरों की सम्भावना हो।
जीवन के प्रारम्भिक भाग में विराट कोहली आर्थिक तौर पर भाग्यशाली होंगे लेकिन विराट कोहली के स्वयं के खर्चीले स्वाभाव के कारण एवं भविष्य के लिये किसी भी योजना के न होने के कारण, अपने जीवन के अन्त समयसे काफी पहले ही अपने विराट कोहली को गरीबी की अवस्था में ले जाएंगे। विराट कोहली को वित्तीय मामलों में जरूरत से अधिक फिक्रमन्द नहीं होना चाहिए। विराट कोहली अपने जीवन में धन संचयमें कभी सफल नहीं होंगे। यदि विराट कोहली को पास विराट कोहली की आवश्यकता को पूरा करने के लिये पर्याप्त धन होता है तो विराट कोहली धन की अधिक चिन्ता नहीं करते हैं। विराट कोहली उस आशावादी श्रेणी से हैै जो स्वप्न में जीते है।