वीरेंद्र सहवाग
Oct 20, 1978
2:45:00
Delhi
77 E 13
28 N 39
5.5
Finance And Profession (Raj Kumar)
क्योंकि वीरेंद्र सहवाग धैर्यवान हैं और वीरेंद्र सहवाग एक स्थिर कार्य चाहते हैं, इसलिये वीरेंद्र सहवाग को जल्दबाजी की कोई आवश्यकता नहीं है। वीरेंद्र सहवाग को बैंकिंग,सरकारी सेवा, बीमा क्षेत्र जैसे क्षेत्रों में भाग्य आजमाइश करनी चाहिए जहां पर परिवर्तन धीरे-धीरे एवं सुनिश्चित तौर पर होता हो। वीरेंद्र सहवाग इस प्रकार के कार्य में न सिर्फ लम्बी दौड़ में बेहतर प्रदर्शन करेंगे बल्कि वीरेंद्र सहवाग को उसके भीतर देखने का धैर्य और साहस भी है।
वीरेंद्र सहवाग ऐसे किसी कार्य से प्रसन्न नहीं रहेंगे जो नीरस और सुरक्षित हो। जब तक कि वीरेंद्र सहवाग का कार्य वीरेंद्र सहवाग के लिये नित नई परेशानियां सुलझाने के लिये नहीं लाता, वीरेंद्र सहवाग संतुष्ट नहीं होंगे। परन्तु ऐसा कुछ भी जिसमें खतरे का थोड़ा सा तड़का हो वह वीरेंद्र सहवाग को और अधिक प्रसन्न करेगा। सर्जन,कन्सट्रक्शन इंजीनियर और उच्चतर प्रबन्धन आदि, इस तरह के कार्यक्षेत्र के कुछ उदाहरण हैं। सर्जन का कार्य वीरेंद्र सहवाग को इसलिये आकर्षित करता है क्योंकि लोगों की जिन्दगियां व वीरेंद्र सहवाग की स्वयं की प्रतिष्ठा वीरेंद्र सहवाग के कार्य पर हमेशा ही निर्भर करती हैं। एक कन्सट्रक्शन इंजीनियर को हमेशा ही निर्माण सम्बन्धी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हमारे कहने का आश्रय यह है कि ऐसा कोई कार्य जिसमें अत्यधिक क्षमता की जरूरज हो व हमेशा खतरों की सम्भावना हो।
वीरेंद्र सहवाग की आर्थिक स्थिति बहुत ही विरोधाभासी होगी। पहले तो वीरेंद्र सहवाग का भाग्य बहुत अच्छा चलेगा, किन्तु बाद में उतने ही समय के लिये बिल्कुल विपरीत दिशा में चलेगा और कुछ भी ठीक न होता हुआ प्रतीत होगा। वीरेंद्र सहवाग को को सभी प्रकार के जुए व सट्टेबाजी से दूर रहना चाहिए और अपने खर्चीले स्वभाव पर नियन्त्र रखना चाहिए। वीरेंद्र सहवाग धन सम्बन्धी अनिश्चित परिस्थितियों में फंस सकते हैं। वीरेंद्र सहवाग आरम्भिक स्थिति में कुछ धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन वीरेंद्र सहवाग उसे रोक नहीं पाते हैं। वीरेंद्र सहवाग के विचार व युक्तियाँ वीरेंद्र सहवाग की पीढी से आगे के होते हैं। वीरेंद्र सहवाग को अनिश्चितताओं में लिप्त होने में आनन्द आता है, परन्तु अन्त में ये वीरेंद्र सहवाग को नुकसान देंगे। विद्युत, वायरलॅस, रेडियो, टीवी, चलचित्र, भवन-निर्माण वसाथ ही साहित्य या अन्य कोई कल्पनाशील रचना आदि से जुड़े हुए विचार वीरेंद्र सहवाग के लिये श्रेष्ठ हैं।