युवराज हंस
Jun 13, 1987
12:00:00
Jalandhar *
75 E 34
31 N 19
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
क्योंकि युवराज हंस धैर्यवान हैं और युवराज हंस एक स्थिर कार्य चाहते हैं, इसलिये युवराज हंस को जल्दबाजी की कोई आवश्यकता नहीं है। युवराज हंस को बैंकिंग,सरकारी सेवा, बीमा क्षेत्र जैसे क्षेत्रों में भाग्य आजमाइश करनी चाहिए जहां पर परिवर्तन धीरे-धीरे एवं सुनिश्चित तौर पर होता हो। युवराज हंस इस प्रकार के कार्य में न सिर्फ लम्बी दौड़ में बेहतर प्रदर्शन करेंगे बल्कि युवराज हंस को उसके भीतर देखने का धैर्य और साहस भी है।
युवराज हंस ज्यादा कार्य करने के लिये उपयुक्त नहीं हैं, न ही युवराज हंस अत्यधिक उत्तरदायित्व वहन कर सकते हैं। हांलाकि युवराज हंस को काम करने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन उसमें अत्यधिक उत्तरदायित्व नहीं होना चाहिए। युवराज हंस किसी भी तरह के कार्य को अपने हाथ में लेने के लिये सदैव तैयार रहते हैं, पर युवराज हंस का स्वच्छ व व्यवस्थित कार्यों की तरफ विशेष रूझान है। साथ ही, शायद युवराज हंस ने यह ध्यान दिया होगा कि ऐसा कोई भी कार्य जिसके द्वारा युवराज हंस प्रकाश में आते हैं,वह अपेक्षाकृत युवराज हंस को ज्यादा आकर्षित करता है, बजाय कि ऐसा कोई कार्य जो शान्ति में अकेले किया जाए। निश्चित तौर पर युवराज हंस का स्वभाव शान्त वातावरण को सहन नहीं कर पाता है, बल्कि यह सदैव प्रकाशमान एवं प्रसन्नचित्त वातावरण को तलाशता रहता है।
वित्त का प्रश्न युवराज हंस के लिये अत्यन्त विशिष्ट है। युवराज हंस के धन सम्बन्ध में हमेशा ही अनिश्चय व उतार-चढ़ाव की सम्भावना है,लेकिन युवराज हंस अपने आविष्कारिक विचारों के कारण खूब धनार्जन करेंगे। युवराज हंस कल्पनाओं और स्वप्न लोक में जीते हैं तथा निराशा को प्राप्त होते हैं। युवराज हंस को हर प्रकार की सट्टेबाजी और जुए से दूर रहना चाहिए। आर्थिक मामलों में युवराज हंस के साथ संभावित से अधिक असंभावित घटित होता है। युवराज हंस के मस्तिष्क में मौलिक विचारों व युक्तियों का जन्म होगा, जोकि अन्य लोगों के विचारों से सामंजस्य स्थापित नहीं कर पाएगा। युवराज हंस असामान्य तरीके पैसा बनाएंगे, युवराज हंस एक आविष्कारक या असाधारण व्यवसायी होंगे। कई माइनों में, आविष्कार, जोखिम से जुड़े व्यापार इत्यादि में युवराज हंस भाग्यशाली होंगे। युवराज हंस के पास मौलिक विचार एवं उसके लिये योजनाएं होंगी, लेकिन उनके क्रियान्वयन के लिए भागीदार से सामंजस्य नहीं हो पाएगा। इस प्रकार युवराज हंस अपनी कई उत्तम योजनाओं का दुःखद अन्त देखेंगे।