दीबाकर बनर्जी
Jun 21, 1969
12:0:0
Delhi
77 E 13
28 N 39
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
दिबाकर बनर्जी एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, दिबाकर बनर्जी की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। दिबाकर बनर्जी अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण दिबाकर बनर्जी में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण दिबाकर बनर्जी जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।दिबाकर बनर्जी संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि दिबाकर बनर्जी को पता लगे कि दिबाकर बनर्जी का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो दिबाकर बनर्जी तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।दिबाकर बनर्जी के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि दिबाकर बनर्जी के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। दिबाकर बनर्जी के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि दिबाकर बनर्जी सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु दिबाकर बनर्जी अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः दिबाकर बनर्जी को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। दिबाकर बनर्जी को यह मानकर चलना चाहिए कि दिबाकर बनर्जी को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।दिबाकर बनर्जी वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। दिबाकर बनर्जी सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। दिबाकर बनर्जी के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह दिबाकर बनर्जी को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन दिबाकर बनर्जी को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
दिबाकर बनर्जी वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् दिबाकर बनर्जी से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। दिबाकर बनर्जी की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता दिबाकर बनर्जी को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में दिबाकर बनर्जी की सहायता करती है। दिबाकर बनर्जी के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।दिबाकर बनर्जी लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। दिबाकर बनर्जी स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में दिबाकर बनर्जी की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी दिबाकर बनर्जी का ज्ञान और दिबाकर बनर्जी की शिक्षा। चाहे दिबाकर बनर्जी अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना दिबाकर बनर्जी की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही दिबाकर बनर्जी को सबसे अलग रखेगी। दिबाकर बनर्जी को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप दिबाकर बनर्जी अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। दिबाकर बनर्जी के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। दिबाकर बनर्जी को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति दिबाकर बनर्जी की भूख दिबाकर बनर्जी को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से दिबाकर बनर्जी की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी दिबाकर बनर्जी अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से दिबाकर बनर्जी की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
दिबाकर बनर्जी दूसरों की प्रशंसा करने में प्रायः कंजूसी करते हैं, जिस कारण दिबाकर बनर्जी विरोध के पात्र बन जाते हैं। दिबाकर बनर्जी के मन जो कुछ भी हो उसे आज से ही कहना आरम्भ करें। परिणामस्वरूप दिबाकर बनर्जी लोगों से बेहतर सम्बन्ध पायेंगे।