नंदा
Jan 8, 1941
15:0:0
Kolhapur
78 E 20
16 N 6
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
Nanda एक रहस्यमय व्यक्तित्व के स्वामी हैं। Nanda अपने Nanda को जानने वाले एकमात्र व्यक्ति हैं। Nanda अपने साधारण स्वभाव से पूर्णतः विपरीत व्यवहार करने की क्षमता रखते हैं।Nanda के अन्दर एक अद्भुत आकर्षण-शक्ति है और इसका प्रयोग Nanda अच्छे या बुरे, दोनों तरह के कामों के लिये कर सकते हैं। Nanda इसे कैसे करते हैं यह पूर्णतः Nanda की इच्छा पर निर्भर करता है। भाग्यवश Nanda स्वयं को अच्छा करने के लिये नियंत्रित कर सकते हैं और परिणामस्वरूप Nanda की इस आकर्षण शक्ति का दूसरों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।Nanda व्यापक दिलोदिमाग के व्यक्ति हैं। Nanda दूसरों की मदद करने के लिये सदैव तत्पर रहते हैं। Nanda खुशहाली की महत्ता को समझते हैं और उसे प्राप्त करना भी जानते हैं परन्तु Nanda दूसरों की कीमत पर खुशहाली कभी भी प्राप्त नहीं करते हैं। निश्चय ही Nanda दूसरों की खुशी को प्राथमिकता देते हैं।Nanda एक सहानुभूतिपूर्ण, परिश्रमी, उदार एवं दोस्ताना मिजाज व्यक्ति हैं लेकिन Nanda शीध्र ही क्रोधित हो जाते हैं। जब Nanda क्रुद्ध होते हैं तो Nanda पूर्णतः आत्मनियंत्रण खो देते हैं और ऐसे काम कर बैठते हैं जिसके लिये बाद में Nanda को पछताना पड़ता है। अतः Nanda को स्वयं पर बेहतर नियंत्रण रखने का प्रयास करना चाहिये।
Nanda आदर्शवादी व प्रेरणादायक हैं, क्योंकि Nanda में अन्तर्निहित आध्यात्मिक विश्वास है। Nanda बहुत संवेदनशील, लोकप्रिय और दूसरों की भावनाओं की कद्र करने वाले हैं। Nanda ये जानते हैं कि जीवन की कठिनाइयाँ ही जीवन का पाठ हैं, जो कि Nanda को पूर्णता प्राप्ति के लिये सीखने पड़ेंगे और यही Nanda के सुख का प्रमुख कारण भी है।Nanda अपने अंदर गूढ़ रहस्य समाए हुए रहते हैं। इसी वजह से सामान्य विषयों से इतर Nanda की पकड़ कुछ ऐसे विषयों पर होगी जो हर किसी के बस की बात नहीं होगी। दूसरी ओर सामान्य शिक्षा की बात करें तो Nanda को उसमें चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। अत्यधिक मेहनत और लगन के साथ प्रयास करने पर ही शिक्षा में सफलता मिल सकती है। Nanda को नियमित रूप से अपनी विद्या के प्रति जागरूक रहना होगा और अभ्यास करना होगा ताकि Nanda विषयों को समझकर उन्हें अपने अंदर समाहित कर सकें। अक्सर Nanda बुरी संगति के शिकार हो जाते हैं। Nanda को इस ओर विशेष रुप से ध्यान देना चाहिए क्योंकि बुरी संगति के कारण Nanda की शिक्षा पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा और ऐसी संभावना है कि Nanda की शिक्षा में रुकावट आए। कई बार स्थितियां Nanda के विपरीत होंगी और Nanda को शिक्षा से विमुख कर सकती हैं, इसलिए Nanda को अपनी शिक्षा के मामले में गंभीरता से विचार करते हुए उस पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
Nanda दूसरों की प्रशंसा करने में प्रायः कंजूसी करते हैं, जिस कारण Nanda विरोध के पात्र बन जाते हैं। Nanda के मन जो कुछ भी हो उसे आज से ही कहना आरम्भ करें। परिणामस्वरूप Nanda लोगों से बेहतर सम्बन्ध पायेंगे।