नंदा
Jan 8, 1941
15:0:0
Kolhapur
78 E 20
16 N 6
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
जहां तक नंदा जैसे लोगों का प्रश्न है, आध्यात्मिक प्रेम का कोई अस्तित्व नहीं है। नंदा प्रेम में अत्यधिक व्यग्र होते हैं। यदि नंदा ने एकबार व्यक्त कर दिया, तो नंदा अपने लगाव से विमुख नहीं होते हैं। यद्यपि, विरोधी की भूमिका में जो कोई भी हो, नंदा उससे बलपूर्वक निपटते हैं।
नंदा की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन नंदा स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण नंदा की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। नंदा अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, नंदा जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें नंदा की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो नंदा खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
नंदा की अभिरुचियां एवं समय काटने के साधन थकावट भरे हैं। क्रिकेट, फुटबाॅल और टेनिस आदि नंदा के पसन्द के खेल हैं। नंदा पूरे दिन कठोर परिश्रम करते हैं और शाम को टेनिस, गोल्फ, बैडमिण्टन जैसे खेल खेलते हैं। नंदा की एथलेटिक खेलों में भाग लेने में विशेष रुचि है। सम्भवतः नंदा ने खेलों में कई पुरुस्कार जीते होंगे। जहां तक कि खेलों का प्रश्न है,नंदा की जीवन-ऊर्जा आश्चर्यजनक है।