पी बी श्रीनिवास
Sep 22, 1930
12:00:00
Kakinada
82 E 20
16 N 59
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
P. B. Sreenivas एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, P. B. Sreenivas की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। P. B. Sreenivas अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण P. B. Sreenivas में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण P. B. Sreenivas जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।P. B. Sreenivas संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि P. B. Sreenivas को पता लगे कि P. B. Sreenivas का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो P. B. Sreenivas तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।P. B. Sreenivas के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि P. B. Sreenivas के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। P. B. Sreenivas के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि P. B. Sreenivas सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु P. B. Sreenivas अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः P. B. Sreenivas को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। P. B. Sreenivas को यह मानकर चलना चाहिए कि P. B. Sreenivas को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।P. B. Sreenivas वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। P. B. Sreenivas सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। P. B. Sreenivas के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह P. B. Sreenivas को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन P. B. Sreenivas को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
P. B. Sreenivas को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और P. B. Sreenivas को अधिक की उम्मीद रहती है। P. B. Sreenivas के इतने परेशान रहने के कारण P. B. Sreenivas को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। P. B. Sreenivas बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में P. B. Sreenivas परेशानी महसूस करते हैं। यदि P. B. Sreenivas अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।P. B. Sreenivas एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना P. B. Sreenivas को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव P. B. Sreenivas की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण P. B. Sreenivas की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही P. B. Sreenivas शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। P. B. Sreenivas के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और P. B. Sreenivas की कल्पनाशीलता P. B. Sreenivas को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि P. B. Sreenivas को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब P. B. Sreenivas अध्ययन करने बैठें तो P. B. Sreenivas को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और P. B. Sreenivas की स्मरण शक्ति भी P. B. Sreenivas की मदद करे। यदि P. B. Sreenivas मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, P. B. Sreenivas अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
P. B. Sreenivas की सफलता में P. B. Sreenivas के सहकर्मी प्रेरणा का काम करते हैं। अतः अपने उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए P. B. Sreenivas अन्य लोगों पर निर्भर रह सकते हैं।