प्रशांत
Apr 6, 1973
12:00:00
Chennai
80 E 18
13 N 5
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Prashanth एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Prashanth की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Prashanth अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Prashanth में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Prashanth जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Prashanth संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Prashanth को पता लगे कि Prashanth का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Prashanth तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Prashanth के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Prashanth के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Prashanth के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Prashanth सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Prashanth अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Prashanth को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Prashanth को यह मानकर चलना चाहिए कि Prashanth को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Prashanth वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Prashanth सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Prashanth के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Prashanth को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Prashanth को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Prashanth वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् Prashanth से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। Prashanth की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता Prashanth को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में Prashanth की सहायता करती है। Prashanth के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।Prashanth लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। Prashanth स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में Prashanth की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी Prashanth का ज्ञान और Prashanth की शिक्षा। चाहे Prashanth अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना Prashanth की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही Prashanth को सबसे अलग रखेगी। Prashanth को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप Prashanth अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। Prashanth के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। Prashanth को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति Prashanth की भूख Prashanth को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से Prashanth की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी Prashanth अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से Prashanth की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
Prashanth दूसरों की प्रशंसा करने में प्रायः कंजूसी करते हैं, जिस कारण Prashanth विरोध के पात्र बन जाते हैं। Prashanth के मन जो कुछ भी हो उसे आज से ही कहना आरम्भ करें। परिणामस्वरूप Prashanth लोगों से बेहतर सम्बन्ध पायेंगे।