प्रशांत
Apr 6, 1973
12:00:00
Chennai
80 E 18
13 N 5
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
प्रशांत कार्यालय की राजनीति से दूर रहना पसन्द करते हैं और पद के लिये लड़ना प्रशांत को पसन्द नहीं है। ऐसी स्थितियां ढूंढें जहां प्रशांत अकेले एवं अपनी पसन्द का कार्य अपनी गति से कर सकें। जैसे लेखन, चित्रकारी और कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग इत्यादि।
प्रशांत का मानवीय स्वभाव और दूसरों के दुःख-दर्द दूर करने की इच्छा के कारण चिकित्सा कार्यक्षेत्र या ‘नर्सिंग‘ (यदि प्रशांत स्त्री हैं) प्रशांत के लिये उपयुक्त है। इन दोनों में ही प्रशांत अपनी आकांक्षा को प्राप्त कर पाएंगे और संसार में निश्चय ही अच्छा एवं उपयोगी कार्य कर पाएंगे। यदि प्रशांत ये कार्यक्षेत्र नहीं भी अपना पाते हैं, तो भी प्रशांत के मिजाज के अनुरूप अन्य कई सम्भावनाएं हैं। एक शिक्षक के तौर पर प्रशांत बहुत अच्छा कार्य कर सकते हैं। एक प्रबन्धक के तौर पर प्रशांत अपने कर्तव्यों का निर्वाहन ठीक ढंग से कर पाएंगे औैर प्रशांत के सहकर्मी प्रशांत के आदेशानुसार कार्य करेंगे,क्योंकि वे जानते हैं कि प्रशांत एक अच्छे मित्र हैं। इसके अलावा भी प्रशांत विभिन्न कार्यक्षेत्रों में अच्छा जीवन यापन कर सकते हैं, मुख्यतः साहित्यिक एवं कलात्मक अभिव्यक्ति, जिसका मिश्रण प्रशांत को एक बेहतर लेखक बनाता है। प्रशांत टीवी और फिल्म के लिये एक बेहतर अभिनेता भी हो सकते हैं। यदि प्रशांत इस तरह के कार्य क्षेत्रों का चुनाव करते हैं, तो प्रशांत अपने धन व समय को सामाजिक कार्यों में भी लगाएंगे।
वित्त का प्रश्न प्रशांत के लिये अत्यन्त विशिष्ट है। प्रशांत के धन सम्बन्ध में हमेशा ही अनिश्चय व उतार-चढ़ाव की सम्भावना है,लेकिन प्रशांत अपने आविष्कारिक विचारों के कारण खूब धनार्जन करेंगे। प्रशांत कल्पनाओं और स्वप्न लोक में जीते हैं तथा निराशा को प्राप्त होते हैं। प्रशांत को हर प्रकार की सट्टेबाजी और जुए से दूर रहना चाहिए। आर्थिक मामलों में प्रशांत के साथ संभावित से अधिक असंभावित घटित होता है। प्रशांत के मस्तिष्क में मौलिक विचारों व युक्तियों का जन्म होगा, जोकि अन्य लोगों के विचारों से सामंजस्य स्थापित नहीं कर पाएगा। प्रशांत असामान्य तरीके पैसा बनाएंगे, प्रशांत एक आविष्कारक या असाधारण व्यवसायी होंगे। कई माइनों में, आविष्कार, जोखिम से जुड़े व्यापार इत्यादि में प्रशांत भाग्यशाली होंगे। प्रशांत के पास मौलिक विचार एवं उसके लिये योजनाएं होंगी, लेकिन उनके क्रियान्वयन के लिए भागीदार से सामंजस्य नहीं हो पाएगा। इस प्रकार प्रशांत अपनी कई उत्तम योजनाओं का दुःखद अन्त देखेंगे।