रजत कपूर
Feb 11, 1961
12:00:00
New Delhi
77 E 12
28 N 36
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
रजत कपूर के कुछ हद तक दार्शनिक चरित्र के हैं। रजत कपूर एक विशाल हृदय वाले व्यक्ति हैं हालांकि थोड़े से मुंहफट भी हैं। रजत कपूर काफी हद तक आत्मसम्मान के प्रति सचेत हैं और जो लोग रजत कपूर के इस चारित्रिक गुण को समझते हैं, वे रजत कपूर के अच्छे मित्र होते हैं।रजत कपूर उच्च आदर्श रखते हैं, जिन्हें प्रायः वास्तविकता के धरातल पर नहीं उतारा जा सकता। परन्तु जब रजत कपूर इसमें विफल होकर निराश हो जाते हैं तो रजत कपूर इसी कारण अत्यन्त हीे व्यग्र हो जाते हैं, इसलिये रजत कपूर समय से पूर्व ही कार्य के प्रति उदासीन हो जाते हैं। परिणामस्वरूप, रजत कपूर जीवन में न तो सफलता और न ही प्रसन्नता, आराम की प्राप्ति कर पाते हैं, जो कि रजत कपूर के गुणों को देखते हुए प्राप्त होनी चाहिए।रजत कपूर जनता के समक्ष अपने रजत कपूर को अभिव्यक्त करना जानते हैं और भगवान ने रजत कपूर को प्रसन्नमुखी होने का वरदान दिया है। हंसमुख होने के कारण रजत कपूर के अनेक मित्र हैं और रजत कपूर उनका समय-समय पर मनोरंजन करते रहते हैं। रजत कपूर के ऊपर रजत कपूर के दोस्तों का प्रभाव देखा जा सकता है, लेकिन यह नितान्त आवश्यक है कि रजत कपूर बुद्धिमत्तापूर्ण अपने मित्रों को चुनें।रजत कपूर की विफलता का सबसे बड़ा कारण यह है कि रजत कपूर बहुआयामी हैं, जिस कारणवश रजत कपूर की शक्ति बहुत सी दिशाओं मेें विभक्त हो जाती है। कृपया एक ही दिशा में विचारपूर्वक कार्य करें, जिससे रजत कपूर को अत्यन्त प्रसन्नता और लाभ प्राप्त होगा।
रजत कपूर को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और रजत कपूर को अधिक की उम्मीद रहती है। रजत कपूर के इतने परेशान रहने के कारण रजत कपूर को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। रजत कपूर बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में रजत कपूर परेशानी महसूस करते हैं। यदि रजत कपूर अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।रजत कपूर एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना रजत कपूर को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव रजत कपूर की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण रजत कपूर की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही रजत कपूर शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। रजत कपूर के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और रजत कपूर की कल्पनाशीलता रजत कपूर को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि रजत कपूर को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब रजत कपूर अध्ययन करने बैठें तो रजत कपूर को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और रजत कपूर की स्मरण शक्ति भी रजत कपूर की मदद करे। यदि रजत कपूर मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, रजत कपूर अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
रजत कपूर अपने वैवाहिक जीवन के आनन्द को सदैव हीे बढ़ाना चाहते हैं। यदि बाह्य तथ्यों से रजत कपूर को यह लगता है कि भौतिक सम्पन्नता जीवन के लिये नितान्त आवश्यक है, तो रजत कपूर उसे प्राप्त करने के लिये पूर्ण प्रयास करते हैं। रजत कपूर का लक्ष्य चाहें कुछ भी हो, लेकिन कार्य ही रजत कपूर के लिये प्रेरणा है। इसे जानते हुए, न कि इसका विरोध करते हुए इसका ठीक इस्तेमाल करें।