रविंद्र जैन
Feb 28, 1944
12:0:0
Aligarh
76 E 9
25 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Ravindra Jain एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Ravindra Jain की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Ravindra Jain अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Ravindra Jain में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Ravindra Jain जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Ravindra Jain संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Ravindra Jain को पता लगे कि Ravindra Jain का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Ravindra Jain तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Ravindra Jain के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Ravindra Jain के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Ravindra Jain के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Ravindra Jain सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Ravindra Jain अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Ravindra Jain को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Ravindra Jain को यह मानकर चलना चाहिए कि Ravindra Jain को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Ravindra Jain वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Ravindra Jain सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Ravindra Jain के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Ravindra Jain को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Ravindra Jain को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Ravindra Jain को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Ravindra Jain को अधिक की उम्मीद रहती है। Ravindra Jain के इतने परेशान रहने के कारण Ravindra Jain को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Ravindra Jain बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Ravindra Jain परेशानी महसूस करते हैं। यदि Ravindra Jain अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Ravindra Jain एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Ravindra Jain को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Ravindra Jain की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Ravindra Jain की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Ravindra Jain शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Ravindra Jain के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Ravindra Jain की कल्पनाशीलता Ravindra Jain को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Ravindra Jain को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Ravindra Jain अध्ययन करने बैठें तो Ravindra Jain को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Ravindra Jain की स्मरण शक्ति भी Ravindra Jain की मदद करे। यदि Ravindra Jain मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Ravindra Jain अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Ravindra Jain दूसरों की प्रशंसा करने में प्रायः कंजूसी करते हैं, जिस कारण Ravindra Jain विरोध के पात्र बन जाते हैं। Ravindra Jain के मन जो कुछ भी हो उसे आज से ही कहना आरम्भ करें। परिणामस्वरूप Ravindra Jain लोगों से बेहतर सम्बन्ध पायेंगे।