संगीता बिजलानी
Jul 9, 1965
12:0:0
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
संगीता बिजलानी एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, संगीता बिजलानी की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। संगीता बिजलानी अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण संगीता बिजलानी में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण संगीता बिजलानी जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।संगीता बिजलानी संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि संगीता बिजलानी को पता लगे कि संगीता बिजलानी का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो संगीता बिजलानी तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।संगीता बिजलानी के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि संगीता बिजलानी के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। संगीता बिजलानी के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि संगीता बिजलानी सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु संगीता बिजलानी अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः संगीता बिजलानी को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। संगीता बिजलानी को यह मानकर चलना चाहिए कि संगीता बिजलानी को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।संगीता बिजलानी वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। संगीता बिजलानी सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। संगीता बिजलानी के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह संगीता बिजलानी को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन संगीता बिजलानी को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
कम समय में अधिक की लालसा के कारण संगीता बिजलानी अत्यधिक तनाव में रहते हैं, फिर भी अपनी जिद के कारण समय के साथ समझौता नहीं करते हैं। संगीता बिजलानी व्याकुलता के कारण, अपनी ऊर्जा का क्षय अनेक कार्यों को एक साथ करने के प्रयत्न में कर देते और यदा-कदा ही एक कार्य भी पूर्ण कर पाते हैं। जीवन के उत्तरार्द्ध में संगीता बिजलानी ‘माइग्रेन’ का शिकार हो सकते हैं और संगीता बिजलानी को विश्राम करने की कला सीखनी पड़ेगी। किसी भी तरह का संयुक्त शारीरिक व मानसिक व्यायाम जैसे योग आदि इस समस्या का सर्वश्रेष्ठ निदान है।संगीता बिजलानी के अंदर गंभीरता से सोचने और समझने की क्षमता है और इस वजह से संगीता बिजलानी किसी भी विषय पर अच्छी पकड़ रखेंगे। लेकिन इसका दूसरा पक्ष यह है कि संगीता बिजलानी उसकी गहराई तक जाने के लिए अधिक समय लेंगे इसलिए कभी-कभी संगीता बिजलानी को अपनी पढ़ाई से बोरियत हो सकती है। संगीता बिजलानी अपनी शिक्षा के क्षेत्र में अधिक मेहनत करेंगे और स्वभाव से अध्ययनशील होंगे। नियमित रूप से अध्ययन करना संगीता बिजलानी को काफी सहायता करेगा और इसी के दम पर संगीता बिजलानी अपनी शिक्षा को पूरा कर पाएंगे। संभव है संगीता बिजलानी को कभी कभी किसी विषय में समस्या का सामना करना पड़े और उसकी वजह से संगीता बिजलानी की पढ़ाई थोड़ी लंबी खिंच जाए, लेकिन निरंतर अभ्यास करने के कारण संगीता बिजलानी अंततः उसमें सफल हो कर ही रहेंगे। कई बार संगीता बिजलानी को अपनी मेहनत का उतना परिणाम प्राप्त नहीं होगा जितना संगीता बिजलानी उम्मीद करते हैं, लेकिन संगीता बिजलानी के ज्ञान की वृद्धि अप्रत्याशित रूप से होगी और यही संगीता बिजलानी को जीवन में सफल बनाएगी।
संगीता बिजलानी इस बात का अत्यन्त ध्यान रखते हैं कि अन्य लोग संगीता बिजलानी की बौद्धिक क्षमता का सम्मान किस तरह करते हैं और संगीता बिजलानी सम्मान पाने की दिशा में ही प्रयास करते हैं।