संगीता बिजलानी
Jul 9, 1965
12:0:0
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
संगीता बिजलानी के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः संगीता बिजलानी विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, संगीता बिजलानी प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस संगीता बिजलानी के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति संगीता बिजलानी का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार संगीता बिजलानी विवाह बन्धन में बंध गये, तो संगीता बिजलानी इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
संगीता बिजलानी को स्वास्थ्य के प्रति चिन्तित रहने की कोई आवश्यकता नहीं है, परन्तु इसकी अनदेखी भी नहीं करनी चाहिए। संगीता बिजलानी को सर्दी एवं गर्मी से खतरा है, खासकर गर्मी से। दोनों ही संगीता बिजलानी के लिये ठीक नहीं हैं। संगीता बिजलानी सूर्य से बचें, विशेषतः यदि संगीता बिजलानी को किसी ठण्डेे प्रदेश में भ्रमण करना पड़े। ऐसे किसी भी कारण से दूर रहें, जिसके कारण संगीता बिजलानी के शरीर का तापमान बढ़ सकता हो। जीवन के उत्तर काल में संगीता बिजलानी को एपोप्लेक्सी से बचकर रहना चाहिए। यह संगीता बिजलानी के लिये अत्यन्त आवश्यक है कि संगीता बिजलानी समय पर सोएं और देर रात तक न जागें। क्योंकि काम के समय संगीता बिजलानी अत्यधिक ऊर्जावान और सदैव गतिशील होते हैं, जिसके कारण संगीता बिजलानी की दैनिक ऊर्जा का शीघ्र हृास होता है। सिर्फ पर्याप्त निद्रा के द्वारा ही संगीता बिजलानी अपनी इस ऊर्जा को पुनः प्राप्त कर सकते हैं।
फुरसत के लम्हे संगीता बिजलानी के लिये विशेष महत्व रखता है तथा संगीता बिजलानी उन लम्हों को नष्ट नहीं करना चाहते, चाहे संगीता बिजलानी कितने भी व्यस्त क्यों न हों। निश्चय ही यह संगीता बिजलानी की बुद्धिमत्ता है, कि संगीता बिजलानी अपने समय का अधिकतम भाग खुली हवा में बिताना चाहते हैं। संगीता बिजलानी थकावट भरे खेल पसन्द नहीं करते हैं। लेकिन सैर, फिशिंग, अध्ययन जैसे समय बिताने के कार्य संगीता बिजलानी को पसन्द हैं।