संजय निरुपम
Feb 6, 1965
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Rohtas
77 E 41
23 N 10
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
संजय निरुपम एक संवेदनशील एवं भावुक व्यक्ति हैं। जीवन की कठनाइयों का संजय निरुपम पर अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा प्रभाव पड़ता है परिणामस्वरूप संजय निरुपम जीवन के कुछ सुखद पल खो देते हैं। दूसरों द्वार कही गयीं बातों को संजय निरुपम दिल पर ले लेते हैं। अतः कुछ एसी बातें है जो संजय निरुपम को दुःख देती हैं परन्तु उस पर ध्यान नहीं दिया जाना चाहिये।संजय निरुपम के कार्य करने का तरीका शान्तिपूर्ण है,परिणामस्वरूप संजय निरुपम अपने सहकर्मियों की नजर में मजबूत इच्छाशक्ति एवं दृढ-निश्चयी वाले व्यक्ति प्रतीत होते हैं। संजय निरुपम की यह प्रवृत्ति संजय निरुपम को अपना लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करती है।संजय निरुपम बोलने से अधिक सोचते हैं और संजय निरुपम का यह चिन्तनतार्किक होता है। लोग संजय निरुपम से सलाह मांगने इसलिये आते हैं क्योंकि संजय निरुपम का निर्णयपालन करने योग्य और निष्पक्ष होता है।संजय निरुपम में अनेक उत्तम गुण हैं। संजय निरुपम एक सहानुभूतिपूर्ण मनुष्य हैं, जोकि संजय निरुपम को एक अच्छा मित्र बनाता है। संजय निरुपम अनुरागी व देशभक्त हैं, यही कारण है कि संजय निरुपम एक अच्छे नागरिक भी हैं। संजय निरुपम प्यारे माताध्पिता होंगे।संजय निरुपम अपने माता-पिता की इच्छानुसार कार्य करेंगे। निश्चय ही संजय निरुपम की ये अच्छाइयां दूसरों पर भारी पड़ेंगी।
संजय निरुपम साहसी व महत्वाकांक्षी हैं। संजय निरुपम अपनी योजना पूर्ण करने के लिये जोखिम लेने से नहीं घबराते। संजय निरुपम बहुत क्रियाशील व्यक्ति हैं व औरों को भी क्रियाशील बना देते है। संजय निरुपम एक व्यस्त व्यक्ति हैं और सदैव ही रचनात्मक कार्य करते रहते हैं। संजय निरुपम अपनी ऊर्जा का गलत प्रयोग नहीं करते हैं। यदि संजय निरुपम अपनी कार्य-योजना से सन्तुष्ट नहीं होते हैं, तो उसे परिवर्तित करने से नहीं घबराते।शिक्षा ग्रहण करने में संजय निरुपम का अपना एक अलग तरीका है जो बहुत ही सहज तरीके से संजय निरुपम को ज्ञान को अपने अंदर ग्रहण करने की क्षमता प्रदान करता है। संजय निरुपम किसी भी बात पर हद से ज्यादा अड़े नहीं रहते और नए-नए बदलावों को स्वीकार करते हैं। संजय निरुपम के व्यक्तित्व की यह विशेषता संजय निरुपम को एक से अधिक विषयों में उन्नति प्रदान कर सकती है। कई बार भावनाओं से व्यथित होकर संजय निरुपम अपनी शिक्षा से मुंह मोड़ लेते हैं, संजय निरुपम को इससे बचना चाहिए क्योंकि यह संजय निरुपम को एक ऐसे मुकाम पर ले जा सकती है जहां शिक्षा प्राप्त होने में कठिनाई अनुभव हो। संजय निरुपम को अपने शिक्षकों से भी काफी मदद मिलेगी और वह संजय निरुपम को मार्गदर्शन करने में पीछे नहीं हटेंगे। इसी वजह से संजय निरुपम का जुड़ाव उनसे घनिष्ठ हो जाएगा और संजय निरुपम शिक्षित होकर एक आदर्श जीवन जी पाएंगे। संजय निरुपम परिश्रमी हैं और जिस विषय में भी संजय निरुपम को कमी महसूस होगी संजय निरुपम अपनी मेहनत के बल पर उस में पारंगत हो जाएंगे।
संजय निरुपम की कठिन परिश्रम की प्रेरणा का मूल धन प्राप्ति की कामना है, क्योंकि संजय निरुपम को लगता है कि भौतिक ऐश्वर्यपूर्ण वातावरण दूसरों से सम्मान पाने के लिये अनिवार्य है। परन्तु संजय निरुपम का ऐसा सोचना सही नहीे है, संजय निरुपम उस दिशा में तभी जाएं यदि संजय निरुपम को लगता है कि उस दिशा में सुख की प्राप्ति होगी।