संजय निरुपम
Feb 6, 1965
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Rohtas
77 E 41
23 N 10
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
संजय निरुपम जीवन को सिर्फ अपने दृष्टिकोण से देखते हैं, संजय निरुपम की आयु जैसे-जैसे बढ़ेगी, संजय निरुपम को अपने सुख और दुःख बांटने के लिये एक जीवनसाथी की आवश्यकता महसूस होगी। संजय निरुपम ‘अपने-घर‘ के सिद्धान्त को मानते हैं और विवाह को इसके क्रियान्वयन का मुख्य साधन मानते हैं। संजय निरुपम का घर संजय निरुपम के लिये ईश्वर-स्वरूप होगा। संजय निरुपम सदैव अपने बच्चों की चाहत रखेंगे, क्योंकि उनके बगैर संजय निरुपम कभी भी पूूर्णरूप से खुश नहीं रह पाएंगे। निश्चित तौर पर संजय निरुपम प्रेम के लिये विवाह करेंगे पर जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, संजय निरुपम अपने जीवनसाथी के बारे में ज्यादा से ज्यादा सोचना आरम्भ कर देंगे। और अन्त में ऐसा समय आएगा, जहां संजय निरुपम के लिये अपने जीवनसाथी से एक या दो दिन के लिये भी अलग रहना सम्भव नहीं होगा।
स्वास्थ्य के बारे में संजय निरुपम को चिन्ता करने की कोई भी जरूरत नहीं है। हाँलाकि संजय निरुपम की शारीरिक-संरचना आदर्श नहीं है, परन्तु इसमें कोई बड़ी समस्या भी नहीं है। लेकिन संजय निरुपम को ध्यान देने की आवश्यकता है। फेंफड़े संजय निरुपम के दुर्बलतम अंग हैं, पर स्नायु भी संजय निरुपम को परेशानी दे सकते हैं। संजय निरुपम सिरदर्द एवं माइगे्रन से पीडि़त हो सकते हैं। जितना सम्भव हो प्राकृतिक जीवन जिएं, खुली हवा का आनन्द लें और अपने खान-पान का ध्यान रखें।
संजय निरुपम अपने हाथों द्वारा कला को विलक्षण रूप से अभिव्यक्त करने में सक्षम हैं। एक पुरूष के तौर पर, संजय निरुपम घर के लिये सामान बना सकते हैं और बच्चों के खिलौनों को बेहतर बनाने में आनन्द महसूस करते हैं। संजय निरुपम एक सिलाई-कढ़ाई करने वाले, चित्रकार आदि होंगे और बच्चों के कपड़े खरीदने से अधिक बनाना पसन्द करेंगे।