सिद्धांत थिंगलाया
Mar 1, 1991
12:0:0
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सिध्दार्थ थिंगलय एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, सिध्दार्थ थिंगलय की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। सिध्दार्थ थिंगलय अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण सिध्दार्थ थिंगलय में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण सिध्दार्थ थिंगलय जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।सिध्दार्थ थिंगलय संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि सिध्दार्थ थिंगलय को पता लगे कि सिध्दार्थ थिंगलय का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो सिध्दार्थ थिंगलय तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।सिध्दार्थ थिंगलय के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि सिध्दार्थ थिंगलय के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। सिध्दार्थ थिंगलय के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि सिध्दार्थ थिंगलय सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु सिध्दार्थ थिंगलय अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः सिध्दार्थ थिंगलय को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। सिध्दार्थ थिंगलय को यह मानकर चलना चाहिए कि सिध्दार्थ थिंगलय को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।सिध्दार्थ थिंगलय वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। सिध्दार्थ थिंगलय सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। सिध्दार्थ थिंगलय के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह सिध्दार्थ थिंगलय को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन सिध्दार्थ थिंगलय को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
सिध्दार्थ थिंगलय को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और सिध्दार्थ थिंगलय को अधिक की उम्मीद रहती है। सिध्दार्थ थिंगलय के इतने परेशान रहने के कारण सिध्दार्थ थिंगलय को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। सिध्दार्थ थिंगलय बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में सिध्दार्थ थिंगलय परेशानी महसूस करते हैं। यदि सिध्दार्थ थिंगलय अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।सिध्दार्थ थिंगलय एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना सिध्दार्थ थिंगलय को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव सिध्दार्थ थिंगलय की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण सिध्दार्थ थिंगलय की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही सिध्दार्थ थिंगलय शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। सिध्दार्थ थिंगलय के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और सिध्दार्थ थिंगलय की कल्पनाशीलता सिध्दार्थ थिंगलय को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि सिध्दार्थ थिंगलय को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब सिध्दार्थ थिंगलय अध्ययन करने बैठें तो सिध्दार्थ थिंगलय को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और सिध्दार्थ थिंगलय की स्मरण शक्ति भी सिध्दार्थ थिंगलय की मदद करे। यदि सिध्दार्थ थिंगलय मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, सिध्दार्थ थिंगलय अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
सिध्दार्थ थिंगलय के माता-पिता सिध्दार्थ थिंगलय के आध्यात्मिक गुरु की तरह कुछ विशेष लक्ष्य पाने के लिये सिध्दार्थ थिंगलय को प्रभावित करते हैं। सिध्दार्थ थिंगलय जो करना चाहते हैं उसको करने का प्रयास करें। सिध्दार्थ थिंगलय अपने लिये प्रयास करें, न कि उनके लिये।