सिद्धांत थिंगलाया
Mar 1, 1991
12:0:0
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सिद्धांत थिंगलाया को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जिसमें सिद्धांत थिंगलाया समूह में काम करते हों और जहाँ कार्य सम्पन्न करने की समय-सीमा अनिश्चित हो।सिद्धांत थिंगलाया को कोई ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए, जहाँ सहभागिता से काम होता हो,उदाहरणार्थ समूह का नेतृत्व करना आदि।
सिद्धांत थिंगलाया जो कुछ भी बनेंगे, अपनी इच्छा के कई कार्यों में एक-एक कर के लगेंगे। तब यदि प्रतिदिन एक जैसा कार्य करना पड़े तो सिद्धांत थिंगलाया बेचैन हो जाते हैं और परिवर्तन तलाश करते हैं। अतः सिद्धांत थिंगलाया को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जो विविध एवं बहुआयामी हो। सिद्धांत थिंगलाया को ऐसा कार्य नहीं चुनना चाहिए जिसमें सिद्धांत थिंगलाया को दिनभर एक कुर्सी पर बैठे रहना पड़े, क्योंकि सिद्धांत थिंगलाया स्वाभावतःगतिशीलता पसन्द करते हैं। पर्यटन कार्यक्षेत्र सिद्धांत थिंगलाया को बहुत प्रभावित करता है। लेकिन ऐसे हजारों कार्यक्षेत्र हैं जिसमें सिद्धांत थिंगलाया को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना पड़ता है और रोज नये-नये चेहरे देखने को मिलते हैं और जो सिद्धांत थिंगलाया के अनुकूल भी है। सिद्धांत थिंगलाया के अन्दर नेतृत्व के उत्तम गुण हैं, जोकि सिद्धांत थिंगलाया को पैंतीस की उम्रके बाद स्वयं का मालिक बनाएंगे। इससे भी ज्यादा इस समय सिद्धांत थिंगलाया नौकरी के अनुरूप नहीं रह पाएंगे।
सिद्धांत थिंगलाया के जीवन में वित्त सम्बन्धी कई उतार-चढ़ाव आएंगे, मुख्यतः सिद्धांत थिंगलाया की जल्दबाजी एवं अपनी क्षमता से अधिक का काम करने के कारण।सिद्धांत थिंगलाया एक सफल कम्पनी प्रमोटर, शिक्षक, वक्ता या आयोजक हो सकते हैं। सिद्धांत थिंगलाया के अन्दर सदैव से ही पैसा बनाने की क्षमता है, लेकिन साथ ही साथ इस दौरान सिद्धांत थिंगलाया के कई शत्रु बन सकते हैं। सिद्धांत थिंगलाया के व्यापार व उद्योग से अच्छी धनार्जन की उम्मीद है और सिद्धांत थिंगलाया के जीवन में असीम धनार्जन की अनेक अवसर आएंगे यदि सिद्धांत थिंगलाया अपनी इच्छा शक्ति पर काबू रखते हैं। जो कि समय-समय पर खर्चीले मुकदमों या सिद्धांत थिंगलाया के शक्तिशाली शत्रुओं की वजह से सिद्धांत थिंगलाया के हाथ से जा सकते हैं। अतः सिद्धांत थिंगलाया को लोगों के नियंत्रण की विद्या सीखने का प्रयास करना चाहिये एवं मतभेदों से भी बचना चाहिये।