विजय शंकर
Jan 26, 1991
12:0:0
Tirunelvelli
77 E 43
8 N 45
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Vijay Shankar एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Vijay Shankar की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Vijay Shankar अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Vijay Shankar में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Vijay Shankar जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Vijay Shankar संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Vijay Shankar को पता लगे कि Vijay Shankar का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Vijay Shankar तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Vijay Shankar के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Vijay Shankar के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Vijay Shankar के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Vijay Shankar सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Vijay Shankar अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Vijay Shankar को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Vijay Shankar को यह मानकर चलना चाहिए कि Vijay Shankar को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Vijay Shankar वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Vijay Shankar सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Vijay Shankar के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Vijay Shankar को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Vijay Shankar को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Vijay Shankar वस्तु व व्यक्ति के आर-पार देख सकते हैं,अर्थात् Vijay Shankar से कुछ भी छुपाना सम्भव नहीं है। Vijay Shankar की अन्तर्दृष्टि की यही स्पष्टता Vijay Shankar को विपक्षियों से पार पाने में व सन्तोष प्राप्त करने में Vijay Shankar की सहायता करती है। Vijay Shankar के अन्दर परिस्थितियों को तुरन्त समझने की एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण की क्षमता है।Vijay Shankar लक्ष्य पर नियंत्रित रहने वाले हैं और किसी का भी दबाव महसूस नहीं करते। Vijay Shankar स्वभाविक तौर पर एक विद्वान होंगे और समाज में Vijay Shankar की छवि एक प्रतिष्ठित और ज्ञानी व्यक्ति के रूप में होगी। इसकी वजह होगी Vijay Shankar का ज्ञान और Vijay Shankar की शिक्षा। चाहे Vijay Shankar अन्य चीजों को त्याग दें लेकिन शिक्षा में बेहतर करना Vijay Shankar की सबसे पहली प्राथमिकता होगी और यही Vijay Shankar को सबसे अलग रखेगी। Vijay Shankar को अपने जीवन में अनेक ज्ञानी और प्रतिष्ठित लोगों के द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त होगा और उसके परिणामस्वरुप Vijay Shankar अपनी शिक्षा को उन्नत बना पाएंगे। Vijay Shankar के अंदर सहज रूप से ज्ञान मौजूद है। Vijay Shankar को केवल स्वयं को उन्नत बनाते हुए उस ज्ञान को अपने निजी जीवन में समाहित करने का प्रयास करना होगा। ज्ञान के प्रति Vijay Shankar की भूख Vijay Shankar को सबसे आगे रखेगी और इसी वजह से Vijay Shankar की गिनती विद्वानों में होगी। कभी-कभी Vijay Shankar अति स्वतंत्रता का शिकार हो जाते हैं, जिसकी वजह से Vijay Shankar की शिक्षा बाधित हो सकती है, इसलिए इस से बचने का प्रयास करें।
Vijay Shankar को ऐसा लगता है कि जब Vijay Shankar के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग Vijay Shankar का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः Vijay Shankar वही कार्य करें जो Vijay Shankar करना चाहते हैं।