भगवान दादा
Aug 1, 1913
12:00:00
Amravati
77 E 50
20 N 58
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
क्योंकि भगवान दादा जीवन की प्रत्येक घटना के प्रति संवेदनशील हैं, भगवान दादा कम झंझट और दवाब वाला काम पसन्द करते हैं। जीवन में कार्यक्षेत्र के चयन के लिये भगवान दादा अपनी अन्तरात्मा की आवाज सुनें और उसी दिशा में कार्य करें।
भगवान दादा की ऊर्जा एवं शक्ति भगवान दादा के व्यक्तित्व का एक विशेष गुण है। जब अन्य लोग सोच रहे होते है तब भगवान दादा कर रहे होते हैं और ‘जो पहले आवे सो पावे‘। भगवान दादा को ऐसे सभी कार्यक्षेत्रों को भूल जान चाहिये जहां सूट-बूट एवं दिखावे का बोलबाला हो। भगवान दादा ऐसी वाह्य गुणों से परे कहीं अधिक व्यावहारिक हैं। यहां तक कि वे भगवान दादा को व्यग्र कर देती हैं। भगवान दादा जमीन से जुड़े एक कार्यशील व्यक्ति हैं जो सबकुछ करने के लिये सदैव तत्पर रहता है। भगवान दादा सच्चे जीवन और फिल्मी पर्दे दोनों में एक अन्वेषक की भूमिका बखूबी कर सकते हैं। भगवान दादा एक ‘सर्जन‘ की तरह बेहतर कार्य कर सकते हैं बजाय कि एक वित्तीय सलाहकार के। ऐसा कोई भी कार्य जहां कुछ बनाने की कला कि आवश्यकता होती है भगवान दादा वहां सफल हो सकते हैं। इंजीनियरिंग इस प्रकार का एक कार्यक्षेत्र कहा जा सकता है। समुद्र सम्बन्धी ऐसे कई कार्य हैं जो भगवान दादा के लिये पूर्णतः उपयुक्त हैं। भगवान दादा के अन्दर एक वायुयान-चालक सरीखा साहस है। जमीन से जुड़ी हुई भगवान दादा की ऊर्जा के अनुरूप भी कई कार्यक्षेत्र हैं। भगवान दादा सिर्फ एक बेहतरीन किसान ही नहीं हो सकते बल्कि भगवान दादा एक बेहतर सर्वेक्षक, खदान इंजीनियर या खदान-अन्वेषक भी हो सकते हैं।
भगवान दादा के जीवन में वित्त सम्बन्धी कई उतार-चढ़ाव आएंगे, मुख्यतः भगवान दादा की जल्दबाजी एवं अपनी क्षमता से अधिक का काम करने के कारण।भगवान दादा एक सफल कम्पनी प्रमोटर, शिक्षक, वक्ता या आयोजक हो सकते हैं। भगवान दादा के अन्दर सदैव से ही पैसा बनाने की क्षमता है, लेकिन साथ ही साथ इस दौरान भगवान दादा के कई शत्रु बन सकते हैं। भगवान दादा के व्यापार व उद्योग से अच्छी धनार्जन की उम्मीद है और भगवान दादा के जीवन में असीम धनार्जन की अनेक अवसर आएंगे यदि भगवान दादा अपनी इच्छा शक्ति पर काबू रखते हैं। जो कि समय-समय पर खर्चीले मुकदमों या भगवान दादा के शक्तिशाली शत्रुओं की वजह से भगवान दादा के हाथ से जा सकते हैं। अतः भगवान दादा को लोगों के नियंत्रण की विद्या सीखने का प्रयास करना चाहिये एवं मतभेदों से भी बचना चाहिये।