दादासाहेब फाल्के
Mar 19, 1871
20:34:32
Trimbakeshwar
73 E 52
19 N 56
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
यदि दादासाहेब फाल्के को अपने मिजाज के अनुरूप जीवन का आनन्द उठाना है, तो इसमें कोई शक नहीं है कि दादासाहेब फाल्के विवाह करेंगे। अकेलापन दादासाहेब फाल्के के लिये मृत्यु के समान है और जब दादासाहेब फाल्के को कोई उपयुक्त साथ मिल जाता है, तो दादासाहेब फाल्के एक मोहक व्यक्ति होते हैं। दादासाहेब फाल्के एक युवती से विवाह करना चाहते हैं और इसके लिये दादासाहेब फाल्के को ऐसा जीवनसाथी चुनना चाहिए, जोकि प्रसन्न एवं खुशमिजाज हो। दादासाहेब फाल्के एक स्वच्छ एवं व्यवस्थित घर में रहना पसन्द करते हैं।
स्वास्थ्य के बारे में दादासाहेब फाल्के को चिन्ता करने की कोई भी जरूरत नहीं है। हाँलाकि दादासाहेब फाल्के की शारीरिक-संरचना आदर्श नहीं है, परन्तु इसमें कोई बड़ी समस्या भी नहीं है। लेकिन दादासाहेब फाल्के को ध्यान देने की आवश्यकता है। फेंफड़े दादासाहेब फाल्के के दुर्बलतम अंग हैं, पर स्नायु भी दादासाहेब फाल्के को परेशानी दे सकते हैं। दादासाहेब फाल्के सिरदर्द एवं माइगे्रन से पीडि़त हो सकते हैं। जितना सम्भव हो प्राकृतिक जीवन जिएं, खुली हवा का आनन्द लें और अपने खान-पान का ध्यान रखें।
दादासाहेब फाल्के मानसिक रुचियों से समृद्ध हैं एवं व्यवस्थित कला दादासाहेब फाल्के के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। दादासाहेब फाल्के अवकाश की योजना बनाने में अधिक आनन्द महसूस करते हैं, अपेक्षाकृत कि वास्तविक अवकाश पर जाने में। दादासाहेब फाल्के पुस्तकों और अध्ययन से प्रेम करते हैं एवं संग्रहालय में घूमने का मजा उठाते हैं। दादासाहेब फाल्के का पुरानी वस्तुओं की ओर विशेष झुकाव है, खासकर कि अत्यधिक प्राचीन वस्तुओं की ओर।