दया शंकर
Jan 17, 1954
16:14:40
Karhal
78 E 56
27 N 0
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
दया शंकर कार्यालय की राजनीति से दूर रहना पसन्द करते हैं और पद के लिये लड़ना दया शंकर को पसन्द नहीं है। ऐसी स्थितियां ढूंढें जहां दया शंकर अकेले एवं अपनी पसन्द का कार्य अपनी गति से कर सकें। जैसे लेखन, चित्रकारी और कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग इत्यादि।
दया शंकर के पास अद्भुत स्मरण शक्ति, बेहतर स्वास्थ्य एवंदया शंकर के चरित्र में एक विशेष आकर्षण है। यह निश्चित तौर पर इंगित करता है कि दया शंकर नेतृत्व करने के लिये ही पैदा हुए हैं। चाहे दया शंकर का कार्यक्षेत्र कोई भी क्यों न हो, दया शंकर उसमें बेहतर करेंगे। परन्तु जब दया शंकर छोटे पद से वरिष्ठ पद की ओर बढेंगे तथा यदि पदोन्नति मन्द होगी, तो दया शंकर निराश हो जाएंगे और कुछ गलत बोलकर दया शंकर अपने हाथ आए हुए अवसर को खो देंगे। एक बार दया शंकर वरिष्ठ पद पर पहुँच गये, दया शंकर दृढ़ता से स्वयं को स्थापित कर पाएंगे। इससे यह स्पष्ट होता है कि दया शंकर उच्च पद पर अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन करेंगे। निश्चय ही, हमारी यह सलाह है कि आरम्भिक समय में दया शंकर आगे बढ़ने के प्रति सचेत रहें।
दया शंकर की आर्थिक स्थिति बहुत ही विरोधाभासी होगी। पहले तो दया शंकर का भाग्य बहुत अच्छा चलेगा, किन्तु बाद में उतने ही समय के लिये बिल्कुल विपरीत दिशा में चलेगा और कुछ भी ठीक न होता हुआ प्रतीत होगा। दया शंकर को को सभी प्रकार के जुए व सट्टेबाजी से दूर रहना चाहिए और अपने खर्चीले स्वभाव पर नियन्त्र रखना चाहिए। दया शंकर धन सम्बन्धी अनिश्चित परिस्थितियों में फंस सकते हैं। दया शंकर आरम्भिक स्थिति में कुछ धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन दया शंकर उसे रोक नहीं पाते हैं। दया शंकर के विचार व युक्तियाँ दया शंकर की पीढी से आगे के होते हैं। दया शंकर को अनिश्चितताओं में लिप्त होने में आनन्द आता है, परन्तु अन्त में ये दया शंकर को नुकसान देंगे। विद्युत, वायरलॅस, रेडियो, टीवी, चलचित्र, भवन-निर्माण वसाथ ही साहित्य या अन्य कोई कल्पनाशील रचना आदि से जुड़े हुए विचार दया शंकर के लिये श्रेष्ठ हैं।