इस अवधि के दौरान दुर्घटनायें मानसिक शांति भंग कर सकती हैं। प्रयासों में असफलता ही हाथ लगेगी। दया शंकर के भ्रम भयकारी मनोविकृति बन सकते हैं। दया शंकर की साथी का बर्ताव दया शंकर को असहनीय मालूम पड़ेगा। धन्धे / व्यापार में भी काम अच्छा नहीं चलेगा। कुछ न कुछ परेशानियां दया शंकर को सदैव घेरे रहेंगी। स्वास्थ्य की समस्याओं के कारण दया शंकर सही प्रकार से अपने वचन नहीं निभा पायेंगे। गूढ विज्ञान की ओर दया शंकर की रूचि जागृत होगी और कुछ अतीन्द्रिय अनुभव भी प्राप्त कर सकते हैं।
दया शंकर का फलादेश January 10, 1963 से January 10, 1979 तक
दया शंकर में किसी के प्रति लगाव नहीं होगा और लोग दया शंकर के प्रति वैमनस्य का भाव रखेंगे। असुरक्षा की भावना से ग्रसित रहेंगे। फालतू के कामों में दया शंकर अपना समय और पैसा बर्बाद करेंगे। दया शंकर को दूसरों के लिये काम करना पड़ सकता है। खर्चे बहुत होंगे। विरोधी दया शंकर को तनावग्रस्त रखेंगे। जहां तक संभव हो यात्राओं से दया शंकर बचें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें नहीं तो समस्यायें उठ खड़ी होंगी। परिवारजनों के बर्ताव मे भी काफी फर्क रहेगा। यह अच्छा रहेगा कि विपरीत परिस्थितियों को झेलते समय दया शंकर अपने अन्दर प्रतिरोधात्मक शक्ति विकसित करें।
दया शंकर का फलादेश January 10, 1979 से January 10, 1998 तक
दया शंकर की सृजनात्मक क्षमता इस अवधि में छुपी रहेगी और बुद्धि विवेक का भी ह्रास होगा। इस मामलें में अधिक ध्यान देने की जरूरत है जिससे दया शंकर सही निर्णय ले सके। दया शंकर के बच्चों का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहेगा। मित्र व सहयोगी अपना वचन नहीं निभाएगें। झूठी आशाओं पर निर्भर करना ठीक नहीं। यात्राएं सफलदायक नहीं होगी। आर्थिक समस्याएं दिमागी शांति को भंग करेगी। जोखिम उठाने वाली प्रवृतियों पर पूरी तरह अंकुश लगाकर रखे।
दया शंकर का फलादेश January 10, 1998 से January 10, 2015 तक
प्रयत्नों के बावजूद असफलता दया शंकर को निराश करेगी। दया शंकर को बहुत मेहनत करनी पड़ेगी क्योंकि काम का बोझ बहुत रहेगा। छोटी छोटी बातों को लेकर विवाद बढ़ने की संभावना है। बेकार के व अमहत्वपूर्ण कामों में दया शंकर अपनी शक्ति और समय व्यय करेंगे। जल्दी धन कमाने की अपनी प्रवृति पर अंकुश लगायें। स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण कुछ काम दया शंकर नहीं कर पायेंगे। पारिवारिक जीवन में तनावग्रस्त रहेंगे। वैसे इस अवधि में गूढ़ एवं परामनोवैाानिक अनुभव दया शंकर को प्राप्त होंगे। बेकार की यात्राओं से बचें।
दया शंकर का फलादेश January 10, 2015 से January 10, 2022 तक
गन्दी भाषा बोलने के कारण अपने लोगों से भी दया शंकर की दुश्मनी होने की संभावना है। इसलिये दया शंकर को अपनी वाणी पर पूरा नियंत्रण रखना चाहिए। खास तौर पर उन लोगों के प्रति जिनसे दया शंकर की घनिष्टता है। नहीं तो गलतफहमी हो जायेगी। पैसे रूपये की हानि होने की संभावना है। अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ दया शंकर के निर्वाह में मुश्किलें पेश आयेंगी। इस अवधि में कोई नये उघम न शुरू करें। इसी माह में दया शंकर के व्याधिग्रस्त होने की भी संभावना है। आत्मविश्वास की कमी दया शंकर में स्पष्ट परिलक्षित होगी। यात्राओं का कोई व्यवहारिक अर्थ नहीं निकलेगा। साधारण तौर पर यह समय दया शंकर के लिये अच्छा नहीं है क्योंकि आत्मीय जन भी काफीदूर हो जायेंगे।
दया शंकर का फलादेश January 10, 2022 से January 10, 2042 तक
किसी बदनामी देने वाले काण्ड में फंसने के कारण दया शंकर की प्रतिष्ठा पर आंच आयेगी। स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह कोई अच्छा समय नहीं है। अचानक धन प्रात की संभावना है। लेकिन साथ ही साथ खर्चे भी बढेंगे। गुप्त और निगूढ सुखों को भोगने वाली प्रवृति पर अंकुश लगाये नहीं तो बड़ी शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। वैसे परिवारजनों का सहयोग पूरा रहेगा। यद्यपि कभी कभी मतभेद भी रह सकता है। जहां तक संभव हो यात्राएं न करें।
दया शंकर का फलादेश January 10, 2042 से January 10, 2048 तक
अचानक समस्यायें खड़ी हो सकतीं हैं। संबंधियों से व्यवहार अच्छा रखें नहीं तो बेवजह झगड़े होंगे। स्वास्थ्य का ख्याल रखें। लम्बी अवधि के लिये बीमार रहने की आशंका रहेगी। अनैतिक कार्यों में प्रवृती न होईये तथा सन्देहास्पद सौदों से बचें। महत्वपूर्ण कागजों पर दस्तखत करने से पहले कागज अच्छी तरह पढें।
दया शंकर का फलादेश January 10, 2048 से January 10, 2058 तक
इस अवधि में भी मिले जुले फल मिलेंगे। कई अच्छे अवसर मिलेंगे पर दया शंकर उनका पूरा उपयोग नहीं कर पायेंगे। स्वास्थ्य के कारण परेशान रहेंगे। मित्र, परिवार और सहयोगियों के साथ बर्ताव में सर्तक रहें। यात्राएं सफलदायक नहीं होंगी इसलिये उनसे बचें। मां बाप का रूग्ण स्वास्थ्य चिन्ताग्रस्त रखेगा।
दया शंकर का फलादेश January 10, 2058 से January 10, 2065 तक
दया शंकर सावधान रहें क्योंकि दया शंकर की बुद्धि भ्रमित हो सकती है। स्वास्थ्य एवं पारिवारिक सदस्यों के कारण परेशानी होगी। सट्टेबाजी से बचें। कुछ ऐसे खर्चे भी करने पड़ेंगे जो दया शंकर के नियंत्रण से बाहर होंगे। मित्र एवं सहयोगियों से निराशा हाथ लगेगी। यात्रा से थकान होगी।