जॉय मुखर्जी
Feb 24, 1939
12:00:00
Jhansi
78 E 34
25 N 27
5.5
Dirty Data
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
जॉय मुखर्जी को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जिसमें जॉय मुखर्जी समूह में काम करते हों और जहाँ कार्य सम्पन्न करने की समय-सीमा अनिश्चित हो।जॉय मुखर्जी को कोई ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए, जहाँ सहभागिता से काम होता हो,उदाहरणार्थ समूह का नेतृत्व करना आदि।
ऐसे कई पारितोषिक कार्यक्षेत्र हैं, जहां पर जॉय मुखर्जी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे कई सारे कार्यक्षेत्र हैं जहां पर मौलिकता आवश्यक है और जो पुरुष एवं स्त्री पर समान रूप से लागू होते हैं, वे सभी जॉय मुखर्जी के स्वभाव के अनुरूप हैं। यही गुण यदि दूसरी दिशा में उपयोग किये जाएं, तो व्यवस्था सम्बन्धी कार्यक्षेत्र में उपयोगी हो सकते हैं। इस तरह बड़े व्यापारिक संस्थानों के नेतृत्व के लिये जॉय मुखर्जी उपयुक्त हैं। ऐसे कार्यक्षेत्र जहां पर निरन्तर एक जैसा कार्य करना पड़ता है, उनसे जॉय मुखर्जी को बचना चाहिए। ऐसे कार्यक्षेत्र जॉय मुखर्जी के लिये उपयुक्त नहीं हैं।
जॉय मुखर्जी सभी प्रकार से पैसा बनाने की क्षमता रखते हैं फिर चाहे वह उद्योग हो, व्यापार हो या दूसरों को नौकरी देना हो। जॉय मुखर्जी हर परेशानी से निकलने का रास्ता जानते हैं और जॉय मुखर्जी जीवन में जो भी मार्ग चुनेंगे, उसके प्रति कृतसंकल्प रहेंगे। जॉय मुखर्जी अपने सभी प्रकार के कार्यों में बड़े जोखिम उठाने वाले हैं। जॉय मुखर्जी जीवन को खेल की तरह ज्यादा लेते हैं बजाय कि गम्भीरता से लेने के। व्यापक स्तर पर भाग्य जॉय मुखर्जी का जीवन के उत्तरार्ध में साथ देगा। जॉय मुखर्जी को वित्तीय सम्बन्धों की चिन्ता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। एक बार जॉय मुखर्जी के जीवन का प्रारम्भिक भाग पूर्ण हो जाए, जॉय मुखर्जी उस समय में रखी हुई बुनियाद का पूरा फायदा उठाएंगे। जॉय मुखर्जी को जीवन में धन व पद प्राप्त होगा।