दूसरों की सही सलाह पर ध्यान न देने की जॉय मुखर्जी की चेष्टा रह सकती है। गलत और पापपूर्ण कार्यो से संलग्न रहने की संभावना है। गलत निर्णय के कारण जॉय मुखर्जी चिन्ताग्रस्त रह सकते हैं। इस अवधि में सनक और उन्माद से प्रेरित होकर काम न करें व जॉय मुखर्जी गहरी मुसीबत में पड़ सकते हैं। वैसे इस अवधि में जॉय मुखर्जी गूढ़ विज्ञान संबंधी कार्यों में प्रवृती रह सकते हैं। इस अवधि के दौरान जॉय मुखर्जी का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहेगा।
जॉय मुखर्जी का फलादेश June 5, 1942 से June 5, 1962 तक
किसी बदनामी देने वाले काण्ड में फंसने के कारण जॉय मुखर्जी की प्रतिष्ठा पर आंच आयेगी। स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह कोई अच्छा समय नहीं है। अचानक धन प्रात की संभावना है। लेकिन साथ ही साथ खर्चे भी बढेंगे। गुप्त और निगूढ सुखों को भोगने वाली प्रवृति पर अंकुश लगाये नहीं तो बड़ी शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। वैसे परिवारजनों का सहयोग पूरा रहेगा। यद्यपि कभी कभी मतभेद भी रह सकता है। जहां तक संभव हो यात्राएं न करें।
जॉय मुखर्जी का फलादेश June 5, 1962 से June 5, 1968 तक
इस अवधि में जॉय मुखर्जी बहुत क्रियाशील एवम् व्यस्त रहेंगे। व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। यह समय जॉय मुखर्जी की कर्मठता का समय सिद्ध होगा। व्यापार के कारण सफलदायक यात्राएं करेंगे। सब लिहाज से यह समय काफी संतोषप्रद सिद्ध होगा। इस समय में जॉय मुखर्जी अपनी सारी आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा जायेंगे।
जॉय मुखर्जी का फलादेश June 5, 1968 से June 5, 1978 तक
अभी जॉय मुखर्जी बहुत खर्च न करें। व्यय पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह अच्छा समय नहीं है। व्यर्थ की यात्राओं से बचें। परामनोवैानिक एवम् गूढ़ अनुभवों को प्राप्त करने के लिये जॉय मुखर्जी का झुकाव रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कठोर भाषा से परेशानी में पड़ सकते हैं। सट्टे बाजी से बचें।
जॉय मुखर्जी का फलादेश June 5, 1978 से June 5, 1985 तक
नित्य चर्चा में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। शत्रु छवि बिगाड़ने का प्रयत्न करेंगे। सहयोगियों तथा भागीदारों से विवाद होने की संभावना है। पारिवारिक जीवन भी सुखद नहीं रहेगा। अपनी तन्दुरस्ती का ख्याल रखें। यात्राओं से निराशा मिलेगी। साथी के स्वास्थ्य के कारण चिन्तित रहेंगे। इस दौरान जॉय मुखर्जी का जीवन समस्याओं एवम् परेशानियों से आक्रान्त रहेगा।
जॉय मुखर्जी का फलादेश June 5, 1985 से June 5, 2003 तक
इस अवधि में जॉय मुखर्जी अपने उद्यमों में काफी सफल रहेंगे। काम करने के हालात में सुधार होगा। पैसा साधारण रूप से जॉय मुखर्जी के पास आयेगा। सरकार और सत्ताधारी व्यक्तियों व्दारा जॉय मुखर्जी का सब काम पूरा कर दिया जायेगा। अपने विरोधियों का जॉय मुखर्जी निश्चित रूप से पराभव कर देंगे। इस अवधि के मध्य में एक सुखद यात्रा अवश्य करेंगे। पारिवारिक वातावरण भी अच्छा रहेगा। नफे की सौदा होने की पूरी संभावना है। अगर जॉय मुखर्जी ने प्रार्थना की है तो आर्थिक साधन व रूपया पैसा अवश्य प्राप्त करेंगे। छोटी मोटी बीमारियां लगी रह सकती हैं।
जॉय मुखर्जी का फलादेश June 5, 2003 से June 5, 2019 तक
व्यापार नौकरी या धन्धे में जॉय मुखर्जी बहुत अच्छा काम करेंगे। व्यापार का विस्तार होगा और पद बढ़ेगा। इस अवधि में वरिष्ठ लोगों व शक्तिवान व्यक्तियों से स्नेह व सम्मान प्राप्त होगा। व्यापार और नौकरी के सिलसिले में जॉय मुखर्जी काफी भ्रमण करेंगे। शत्रु प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का प्रयत्न करेंगे पर उसमें कामयाब नहीं होंगे। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा।
जॉय मुखर्जी का फलादेश June 5, 2019 से June 5, 2038 तक
इस अवधि में जॉय मुखर्जी की सारी इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति होगी। जॉय मुखर्जी नए उद्यम शुरू करेंगे। मित्रों और हितैषियों से खूब मदद मिलेगी। इस अवधि में व्यापार द्वारा जॉय मुखर्जी को अच्छा खासा लाभ होना चाहिए। निकट संबंधी के बारे में कोई अच्छी खबर मिल सकती है। सुदूर प्रदेशों के निवासियों से जॉय मुखर्जी के अच्छे संबंध कायम होंगे। भ्रमण उपयोगी रहेगा। प्रणय संबंधों के लिए भी यह समय अच्छा है। परिवारजनों का व्यवहार जॉय मुखर्जी के प्रति बहुत अच्छा रहेगा।
जॉय मुखर्जी का फलादेश June 5, 2038 से June 5, 2055 तक
व्यापार या व्यवसाय में जॉय मुखर्जी बहुत अच्छा काम करेंगे। व्यापार का विस्तार भी हो सकता है। इस अवधि के दौरान जॉय मुखर्जी पूरी तरह कर्मठ रहेंगे। वरिष्ठ लोगों या सत्तावान व्यक्तियों के साथ जॉय मुखर्जी के संबंधों में सुधार आयेगा। पारिवारिक माहौल संतोषप्रद रहेगा। जॉय मुखर्जी को वाहन भी प्राप्त हो सकता है। विदेशों से अच्छी खबर मिलने की संभावना है। घर में किसी शुभ कृत्य का आयोजन होगा।