नागा चैतन्य
Nov 23, 1986
12:00:00
Hyderabad
78 E 26
17 N 22
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
क्योंकि नागा चैतन्य सिक्के के दौनों पहलू देखना जानते हैं,विधि एवं कानून नागा चैतन्य के लिये सर्वोत्तम कार्यक्षेत्र हैं। नागा चैतन्य श्रमिक-मध्यस्थ की तरह या ऐसा कोई भी कार्यक्षेत्र जहां नागा चैतन्य के पास शान्ति एवं सद्भाव बनाये रखने का कार्य हो, बेहतर करेंगे। नागा चैतन्य उन कार्यक्षेत्रों से दूर रहें जहां नागा चैतन्य को तुरन्त एवं बारम्बार निर्णय लेना पड़ता हो क्योंकि ऐसा करने में नागा चैतन्य को कठनाई महसूस होगी।
ऐसे कई पारितोषिक कार्यक्षेत्र हैं, जहां पर नागा चैतन्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे कई सारे कार्यक्षेत्र हैं जहां पर मौलिकता आवश्यक है और जो पुरुष एवं स्त्री पर समान रूप से लागू होते हैं, वे सभी नागा चैतन्य के स्वभाव के अनुरूप हैं। यही गुण यदि दूसरी दिशा में उपयोग किये जाएं, तो व्यवस्था सम्बन्धी कार्यक्षेत्र में उपयोगी हो सकते हैं। इस तरह बड़े व्यापारिक संस्थानों के नेतृत्व के लिये नागा चैतन्य उपयुक्त हैं। ऐसे कार्यक्षेत्र जहां पर निरन्तर एक जैसा कार्य करना पड़ता है, उनसे नागा चैतन्य को बचना चाहिए। ऐसे कार्यक्षेत्र नागा चैतन्य के लिये उपयुक्त नहीं हैं।
नागा चैतन्य वित्त मामलों में भाग्यशाली हैं व नागा चैतन्य को जीवन में पर्याप्त धन प्राप्त होगा। नागा चैतन्य को सट्टेबाजी से सावधान रहना चाहिये, ठोस निकायों में ही निवेश करना चाहिये व व्यापार या उद्योग लगाना चाहिये। नागा चैतन्य आर्थिक मामलों मे अपेक्षाकृत अधिक भाग्यशाली हैं, नागा चैतन्य को पर्याप्त धन व अवसरों की प्राप्ति होगी। यदि नागा चैतन्य को व्यापार करना पड़े तो नागा चैतन्य को जीवन के वैभवशाली पक्ष से ज्यादा प्राप्ति होगी उदाहरणार्थ गृह सज्जा, भोजन, भव्य परिधान, फूल सम्बन्धी कार्य, रेस्टारैन्ट व होटल आदि। नागा चैतन्य का दिमाग एक अलग श्रेणी का गतिशील है, बहु-आयामी है, अतः नागा चैतन्य रोजमर्रा के कार्य से जल्दि ही थक जाते हैं।