नागा चैतन्य
Nov 23, 1986
12:00:00
Hyderabad
78 E 26
17 N 22
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सामान्यतः, नागा चैतन्य अपने जीवन साथी के सम्बन्ध में बहुत ही फिक्रमन्द हैं। नागा चैतन्य वैवाहिक जीवन में गल्तियों से भयभीत रहते हैं, यही कारण है कि इस मामले में नागा चैतन्य अत्यन्त ही सजग रहते हैं। परिणामस्वरूप, नागा चैतन्य औसत समय की अपेक्षा देर से विवाह करेंगे। लेकिन विवाह के बाद नागा चैतन्य एक खुशहाल व समर्पित जीवनसाथी होंगे।
नागा चैतन्य के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, नागा चैतन्य स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर नागा चैतन्य जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र नागा चैतन्य के शरीर का ऐसा भाग है, जो नागा चैतन्य को सर्वाधिक परेशानी देगा। नागा चैतन्य को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। नागा चैतन्य को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी नागा चैतन्य को यह सलाह है कि नागा चैतन्य पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। नागा चैतन्य की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण नागा चैतन्य जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगरनागा चैतन्य युवा-मण्डली में रहते हैं, तो नागा चैतन्य कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
पठन, चित्रकारी, नाटक और इसी तरह के समय बिताने के वेतरीके, जिसमें कलात्मक व साहित्यिक सोच की आवश्यकता हो; नागा चैतन्य के दिमाग में घरकरेंगे। इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा, यदि नागा चैतन्य के अन्दर आध्यात्मिकता या पराविद्याके प्रति रुचि जागृत हो। यात्रा से जुड़ी सभी वस्तुएं नागा चैतन्य को आकर्षित करतीहैं, चाहे वह ज़मीन हो, समुद्र या हवा हो। क्रिकेट एवं फुटबाॅल जैसे खेलों के लिये नागा चैतन्य के पास बहुत कम समय होगा। यद्यपि, नागा चैतन्य के पास टेबिल-टेनिस, कैरम,बैडमिण्टन जैसे ‘इन्डोर‘ खेलों में नागा चैतन्य की अभिरुचि होगी।