पी के नायर
Apr 6, 1933
12:0:0
Thiruvananthapuram
76 E 55
8 N 29
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सामान्यतः, पी के नायर अपने जीवन साथी के सम्बन्ध में बहुत ही फिक्रमन्द हैं। पी के नायर वैवाहिक जीवन में गल्तियों से भयभीत रहते हैं, यही कारण है कि इस मामले में पी के नायर अत्यन्त ही सजग रहते हैं। परिणामस्वरूप, पी के नायर औसत समय की अपेक्षा देर से विवाह करेंगे। लेकिन विवाह के बाद पी के नायर एक खुशहाल व समर्पित जीवनसाथी होंगे।
सबसे ऊपर पी के नायर अत्यधिक कार्य और अत्यधिक चिन्ता से दूर रहें। पी के नायर इन दोनों से ग्रसित हो सकते हैं, पी के नायर की प्रकृति इस प्रकार है कि पी के नायर के लिये ये खासे खतरनाक हैं। पर्याप्त नींद लें व ध्यान रखें कि सोते समय अधिक न सोचें। अपने मस्तिष्क को विचार-शून्य रखने का यत्न करें। यदि सम्भव हो तो सप्ताहान्त को आराम के लिये प्रयोग करें, न कि सप्ताह के शेष कार्यों को निपटाने में। अत्यधिक उत्तेजना निश्चित तौर पर पी के नायर के लिये खराब है व जल्दबाजी पी के नायर के लिये अपेक्षाकृत ज्यादा खराब है। अतः पी के नायर शान्तिपूर्ण जीवन जीने का प्रयास करें। पी के नायर को फालतू चिन्ता नहीं करनी चाहिए। पी के नायर को तीस की आयु के बाद अनिद्रा,न्यूरेल्जिया, सरदर्द, नेत्र-तनाव आदि रोग हो सकते हैं।
पी के नायर के कई शौक हैं और पी के नायर इन शौकों से ओत-प्रोत हैं। परन्तु अचानक ही पी के नायर धैर्य खो देते हैं व उन्हें एक तरफ कर देते हैं । फिर पी के नायर कोई नया शौक चुन लेते हैं और उसका भी यही हश्र होता है। पी के नायर जीवन को इसी तरह से जीते जाते हैं। सारांशतः पी के नायर की अभिरुचियां पी के नायर को पर्याप्त आनन्द देती हैं, साथ ही पी के नायर को बहुत कुछ सीखने का मौका भी देती हैं।