पद्मिनी
Dec 14, 1932
17:45:00
Trivandrum
76 E 57
8 N 30
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
पद्मिनी को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जिसमें पद्मिनी समूह में काम करते हों और जहाँ कार्य सम्पन्न करने की समय-सीमा अनिश्चित हो।पद्मिनी को कोई ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए, जहाँ सहभागिता से काम होता हो,उदाहरणार्थ समूह का नेतृत्व करना आदि।
पद्मिनी जो कुछ भी बनेंगे, अपनी इच्छा के कई कार्यों में एक-एक कर के लगेंगे। तब यदि प्रतिदिन एक जैसा कार्य करना पड़े तो पद्मिनी बेचैन हो जाते हैं और परिवर्तन तलाश करते हैं। अतः पद्मिनी को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जो विविध एवं बहुआयामी हो। पद्मिनी को ऐसा कार्य नहीं चुनना चाहिए जिसमें पद्मिनी को दिनभर एक कुर्सी पर बैठे रहना पड़े, क्योंकि पद्मिनी स्वाभावतःगतिशीलता पसन्द करते हैं। पर्यटन कार्यक्षेत्र पद्मिनी को बहुत प्रभावित करता है। लेकिन ऐसे हजारों कार्यक्षेत्र हैं जिसमें पद्मिनी को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना पड़ता है और रोज नये-नये चेहरे देखने को मिलते हैं और जो पद्मिनी के अनुकूल भी है। पद्मिनी के अन्दर नेतृत्व के उत्तम गुण हैं, जोकि पद्मिनी को पैंतीस की उम्रके बाद स्वयं का मालिक बनाएंगे। इससे भी ज्यादा इस समय पद्मिनी नौकरी के अनुरूप नहीं रह पाएंगे।
वित्त से जुड़े हुए मामलों में पद्मिनी को होशियार वसचेत रहना चाहिये और छोटी सी बातों की वजह से पद्मिनी को कंजूस का दर्जा मिल सकता है। पद्मिनी भविष्य के प्रति जरूरत से ज्यादा ही चिंतित रहते हैं और इस कारण पद्मिनी भविष्य के लिये अभी से व्यवस्था करना चाहते हैं। यदि पद्मिनी व्यापारी वर्ग से हैं, पद्मिनी संभवतः पद्मिनी कार्यशील जीवन से समय से पहले ही सन्यास लेंगे। पद्मिनी का शेयर्स की तरफ विशेष रुझान होगा। पद्मिनी के इन प्रकार के कार्य में सफल होने की संभावना है यदि पद्मिनी अपने अन्दर की आवाज के अनुसार कार्य करें। यदि पद्मिनी दूसरों की सलाह या अफवाहों पर आश्रित होंगे तो यह पद्मिनी के लिये घातक साबित होगा।