Pran
Feb 21, 1920
13:00:00
Delhi
77 E 13
28 N 40
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
जहां तक Pran जैसे लोगों का प्रश्न है, आध्यात्मिक प्रेम का कोई अस्तित्व नहीं है। Pran प्रेम में अत्यधिक व्यग्र होते हैं। यदि Pran ने एकबार व्यक्त कर दिया, तो Pran अपने लगाव से विमुख नहीं होते हैं। यद्यपि, विरोधी की भूमिका में जो कोई भी हो, Pran उससे बलपूर्वक निपटते हैं।
Pran के अन्दर प्रचुर ऊर्जा है। Pran हृष्ट-पुष्ट हैं व साधारणतः Pran किसी प्रकार के रोग से ग्रसित नहीं होंगे, जब तक कि Pran जरूरत से बहुत ज्यादा कार्य नहीं करते। सिर्फ इसलिये कि Pran मोमबत्ती को दोनों सिरों से जला सकते हैं, Pran को यह करने के बारे में नहीं सोचना चाहिए। Pran को अपने प्रति संयमी होना चाहिए और अपने स्वास्थ्य-कोष में से जरूरत से ज्यादा लेने का प्रयास नहीं करना चाहिए अन्यथा Pran जीवन के उत्तरार्ध में गम्भीर बीमारियों को निमन्त्रण दे सकते हैं। बीमारी यदि प्रायः नहीं आती है, तो अचानक ही आएगी। यद्यपि उसने परिपक्व होने में काफी लम्बा समय लिया होगा। Pran थोड़ा सा दिमाग लगाने पर पाएंगे कि Pran ने रोग को स्वयं ही आमन्त्रित किया है। इसमें कोई शक नहीं है कि Pran उससे बच सकते थे। Pran के नेत्र Pran की कमजोरी हैं और कृपया उसका ख्याल रखें। Pran पैंतीस की उम्र के बाद नेत्र-विकार से ग्रसित हो सकते हैं।
फुरसत के लम्हे Pran के लिये विशेष महत्व रखता है तथा Pran उन लम्हों को नष्ट नहीं करना चाहते, चाहे Pran कितने भी व्यस्त क्यों न हों। निश्चय ही यह Pran की बुद्धिमत्ता है, कि Pran अपने समय का अधिकतम भाग खुली हवा में बिताना चाहते हैं। Pran थकावट भरे खेल पसन्द नहीं करते हैं। लेकिन सैर, फिशिंग, अध्ययन जैसे समय बिताने के कार्य Pran को पसन्द हैं।