रोहिणी हट्टंगडी
Apr 11, 1951
3:13:0
Pune
73 E 58
18 N 34
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
क्योंकि रोहिणी हट्टंगडी सिक्के के दौनों पहलू देखना जानते हैं,विधि एवं कानून रोहिणी हट्टंगडी के लिये सर्वोत्तम कार्यक्षेत्र हैं। रोहिणी हट्टंगडी श्रमिक-मध्यस्थ की तरह या ऐसा कोई भी कार्यक्षेत्र जहां रोहिणी हट्टंगडी के पास शान्ति एवं सद्भाव बनाये रखने का कार्य हो, बेहतर करेंगे। रोहिणी हट्टंगडी उन कार्यक्षेत्रों से दूर रहें जहां रोहिणी हट्टंगडी को तुरन्त एवं बारम्बार निर्णय लेना पड़ता हो क्योंकि ऐसा करने में रोहिणी हट्टंगडी को कठनाई महसूस होगी।
रोहिणी हट्टंगडी जो कुछ भी बनेंगे, अपनी इच्छा के कई कार्यों में एक-एक कर के लगेंगे। तब यदि प्रतिदिन एक जैसा कार्य करना पड़े तो रोहिणी हट्टंगडी बेचैन हो जाते हैं और परिवर्तन तलाश करते हैं। अतः रोहिणी हट्टंगडी को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जो विविध एवं बहुआयामी हो। रोहिणी हट्टंगडी को ऐसा कार्य नहीं चुनना चाहिए जिसमें रोहिणी हट्टंगडी को दिनभर एक कुर्सी पर बैठे रहना पड़े, क्योंकि रोहिणी हट्टंगडी स्वाभावतःगतिशीलता पसन्द करते हैं। पर्यटन कार्यक्षेत्र रोहिणी हट्टंगडी को बहुत प्रभावित करता है। लेकिन ऐसे हजारों कार्यक्षेत्र हैं जिसमें रोहिणी हट्टंगडी को एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना पड़ता है और रोज नये-नये चेहरे देखने को मिलते हैं और जो रोहिणी हट्टंगडी के अनुकूल भी है। रोहिणी हट्टंगडी के अन्दर नेतृत्व के उत्तम गुण हैं, जोकि रोहिणी हट्टंगडी को पैंतीस की उम्रके बाद स्वयं का मालिक बनाएंगे। इससे भी ज्यादा इस समय रोहिणी हट्टंगडी नौकरी के अनुरूप नहीं रह पाएंगे।
रोहिणी हट्टंगडी के जीवन में वित्त सम्बन्धी कई उतार-चढ़ाव आएंगे, मुख्यतः रोहिणी हट्टंगडी की जल्दबाजी एवं अपनी क्षमता से अधिक का काम करने के कारण।रोहिणी हट्टंगडी एक सफल कम्पनी प्रमोटर, शिक्षक, वक्ता या आयोजक हो सकते हैं। रोहिणी हट्टंगडी के अन्दर सदैव से ही पैसा बनाने की क्षमता है, लेकिन साथ ही साथ इस दौरान रोहिणी हट्टंगडी के कई शत्रु बन सकते हैं। रोहिणी हट्टंगडी के व्यापार व उद्योग से अच्छी धनार्जन की उम्मीद है और रोहिणी हट्टंगडी के जीवन में असीम धनार्जन की अनेक अवसर आएंगे यदि रोहिणी हट्टंगडी अपनी इच्छा शक्ति पर काबू रखते हैं। जो कि समय-समय पर खर्चीले मुकदमों या रोहिणी हट्टंगडी के शक्तिशाली शत्रुओं की वजह से रोहिणी हट्टंगडी के हाथ से जा सकते हैं। अतः रोहिणी हट्टंगडी को लोगों के नियंत्रण की विद्या सीखने का प्रयास करना चाहिये एवं मतभेदों से भी बचना चाहिये।