रोहिणी हट्टंगडी
Apr 11, 1951
3:13:0
Pune
73 E 58
18 N 34
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
प्रेम सम्बन्धों में भी रोहिणी हट्टंगडी उतने ही ऊर्जावान होंगे, जितने कि रोहिणी हट्टंगडी काम एवं खेल में हैं। एक बार रोहिणी हट्टंगडी प्यार में पड़ गये, तो रोहिणी हट्टंगडी अपने चहेते को प्रतिपल अपने पास रखना चाहेंगे। हालांकि रोहिणी हट्टंगडी अपने कार्य की अनदेखी नहीं करेंगे, परन्तु एक बार वो खत्म हो गया तो रोहिणी हट्टंगडी अपने प्रिय से मिलने को निकल पड़ेंगे। जब रोहिणी हट्टंगडी का विवाह हो जाएगा तो रोहिणी हट्टंगडी अपने घर पर अधिक ध्यान देंगे। रोहिणी हट्टंगडी अक्सर जीवनसाथी की व्यापारिक मामलों में मदद करेंगे।
यह कहना ठीक नहीं होगा कि रोहिणी हट्टंगडी हृष्ट-पुष्ट हैं। लेकिन इसका कोई कारण नहीं है कि रोहिणी हट्टंगडी दीर्घायु नहीं हो सकतेय बस थोड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। दो रोग ध्यान देने योग्य हैं - अपच व गठिया। अपच से बचने के लिसे भोजन लेते वक्त जल्दबाजी न करें तथा शान्ति पूर्वक भोजन लें। साथ हीे भोजन को सही समय पर लें। गठिया से बचने के लिये ध्यान रखें कि रोहिणी हट्टंगडी अपने जोड़ों को आर्द्र वायु, ठण्डी हवाओं और गीलेपन आदि से दूर रखें।
‘आउटडोर‘ रोहिणी हट्टंगडी के खाली समय का अधिकांश भाग लेता है और रोहिणी हट्टंगडी इसे बहुत ही लाभदायक पाते हैं। लेकिन डर यह है कि रोहिणी हट्टंगडी उसे जरूरत से ज्यादा कर सकते हैं तथा अपनी शारीरिक संरचना को क्षति पहुंचा सकते हैं। रोहिणी हट्टंगडी खुले में घूमना पसन्द करते हैं, अतः यदि रोहिणी हट्टंगडी को घुड़सवारी आकर्षित नहीं करती है तो यह निश्चित है कि रोहिणी हट्टंगडी तेज मोटरिंग या सम्भवतः ट्रेन में लम्बी यात्रा पसन्द करते हों। रोहिणी हट्टंगडी पुस्तकों अथवा शैक्षिक यात्राओं से स्वयं को शिक्षित करने में रुचि रखते हैं। सम्भवतः इस प्रयास के द्वारा रोहिणी हट्टंगडी ज्ञान से अधिक सन्तोष प्राप्त करते हैं।