सरवनजीत सिंह
Jul 3, 1988
12:00:00
Ludhiana
75 E 52
30 N 56
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सरवनजीत सिंह कभी भी मित्रों को नहीं भूलते। परिणामस्वरूप,सरवनजीत सिंह की एक बड़ी मित्र मण्डली है, जिसमें से कई विदेशी भाषा बोलने में सक्षम हैं। इसी बड़े मित्र समूह से सरवनजीत सिंह अपना जीवनसाथी चुनेंगे। सरवनजीत सिंह की यह पसन्द सरवनजीत सिंह के परिचितों को आश्चर्यचकित कर देगी। सरवनजीत सिंह अरामपूर्वक विवाह करेंगे, लेकिन अन्य लोगों की तरह विवाह सरवनजीत सिंह के लिये सब कुछ नहीं होगा। अन्य कई विचलन ऐसे भी होंगे, जो सरवनजीत सिंह का ध्यान घर से हटाएंगे। यदि सरवनजीत सिंह का जीवनसाथी इस झुकाव को कम करने का प्रयत्न करेगा, तो यह सरवनजीत सिंह के पारिवारिक जीवन के लिये खतरा साबित हो सकता है।
सरवनजीत सिंह की स्वास्थ्य-संरचना बहुत अच्छी है, लेकिन सरवनजीत सिंह स्नायु-विकार एवं अपच से पीडि़त रह सकते हैं। पहले का कारण सरवनजीत सिंह की जरूरत से ज्यादा संवेदनशील प्रकृति है। सरवनजीत सिंह अपेक्षाकृत शीघ्रता से अपनी जीवन-ऊर्जा खो देते है और वह जीवन, सरवनजीत सिंह जिसका आनन्द लेते हैं, इसमें सरवनजीत सिंह की कोई मदद नहीं करता। अति भोग, अपच का मुख्य कारण है। अपच का मुख्य कारण अधिकता में लिया गया भोजन है। जो सरवनजीत सिंह खाते हैं, या तो वह बहुत भारी होता है या दिन में बहुत देरी से लिया हुआ होता है।
सरवनजीत सिंह के अन्दर वस्तुएं एकत्रित करने की भावना अत्यधिक विकसित हैय जैसे चीनी मिट्टी की वस्तुएं, डाक टिकट, पुराने सिक्के या कुछ भी।इससे अधिक सरवनजीत सिंह को पुरानी वस्तुएं फेंकने या छोड़ने में मुश्किल महसूस होगी। सरवनजीत सिंह को सदैव यह लगता है कि भविष्य में सरवनजीत सिंह को इनकी आवश्यकता पड़ेगी। सरवनजीत सिंह जन्मजात संग्रह के शौकीन हैं। सरवनजीत सिंह के ऐसे ही अन्य शौक प्रायः इन्डोर होंगे न कि आउटडोर। सरवनजीत सिंह के अन्दर कार्य करने का धैर्य है और यदि सरवनजीत सिंह के अन्दर क्षमता नहीं है,तो सरवनजीत सिंह उसे आसानी से अर्जित कर लेते हैं।