शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का फलादेश जन्म से November 15, 1927 तक
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती बेहद प्रसन्न रहेंगे। इस अवधि में आर्थिक लाभ प्राप्त होंगे। परिवार में मेल-जोल रहेगा और परिजनों के साथ अच्छा व्यवहार रहेगा। मित्र और सहयोगी काफी सहायक सिद्ध होंगे। यात्राएं शुभ सिद्ध होंगी। इस समय का जितना सदुपयोग करेंगे उतना ही अच्छा रहेगा।
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का फलादेश November 15, 1927 से November 15, 1934 तक
नित्य चर्चा में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। शत्रु छवि बिगाड़ने का प्रयत्न करेंगे। सहयोगियों तथा भागीदारों से विवाद होने की संभावना है। पारिवारिक जीवन भी सुखद नहीं रहेगा। अपनी तन्दुरस्ती का ख्याल रखें। यात्राओं से निराशा मिलेगी। साथी के स्वास्थ्य के कारण चिन्तित रहेंगे। इस दौरान शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का जीवन समस्याओं एवम् परेशानियों से आक्रान्त रहेगा।
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का फलादेश November 15, 1934 से November 15, 1952 तक
इस अवधि में निवास स्थान या नौकरी का परिवर्तन संभावित है। भारी व्यय से शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती व्यथित रहेंगे। अपने लोगों से ही झगड़े विवाद हो सकते हैं। यात्राएं थकाने वाली और सफलदायक नहीं रहेंगी। पारिवारिक सदस्य शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के प्रति उदासीन रहेंगे। शत्रु नुकसान पहुंचाने का प्रयत्न करेंगे। दुष्ट मित्रों से सावधान रहें। वह शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की प्रतिष्ठा पर आंच लायेंगे। परिवार के किसी सदस्य की बीमारी चिन्ता का एक कारण रहेगा। अभी किसी यात्रा की योजना न बनाएं।
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का फलादेश November 15, 1952 से November 15, 1968 तक
इस अवधि में जीवन व्यापन सुविधा सम्पन्न रहेगा। पारिवारिक सुख प्राप्त करेंगे। सम्पती पर धन व्यय होगा। घर की वस्तुओं चल अचल सम्पती आदि पर व्यय होगा तथा व्यापार/व्यवसाय के विकास पर भी धन व्यय करेंगे। अचानक व अयाचित लाभ प्राप्त करेंगे। बड़ें अफसरों और शक्तिवान व्यक्तियों के सम्पर्क में आयेंगे। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की ख्याति और सम्मान में इजाफा होगा। व्यापार में बदलाव या नौकरी की पदोन्नति की संभावना है। धर्म के प्रति शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का झुकाव रहेगा और पवित्र स्थलों की यात्रा करेंगे। इस पूरी अवधि में दिमाग सान्कूल रहेगा और सुख भोगेंगे।
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का फलादेश November 15, 1968 से November 15, 1987 तक
हर काम को सलीके से करने की शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की बलवती इच्छा रहेगी। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का विश्वास बहुत बढ़ा चढ़ा रहेगा। नौकरी व्यापार या व्यवसाय में उत्साहवर्धक परिणाम निश्चित रूप से सामने आएंगें। नए उद्यमों या व्यवसायों में प्रवेश करने का मौका मिलेगा। आमदनी साधारण रूप से अच्छी रहेगी। पारिवारिक वातावरण बड़ा सौहार्दपूर्ण रहेगा। संचार माध्यमों से कोई अच्छी खबर मिल सकती है।
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का फलादेश November 15, 1987 से November 15, 2004 तक
आर्थिक रूप से यह उत्तम समय रहेगा। नफा के सौदा से काफी लाभ होगा। परिस्थितियों और योजनाओं की गहरी समझ के कारण शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती दूसरों को आसानी से कोई बात मनवा सकेंगे। इस अवधि में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती काफी प्रसिद्ध रहेंगे। परिवार के सदस्यों का शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के प्रति बहुत अच्छा बर्ताव रहेगा। पुराने ऋण इत्यादि की वसूली भी हो जायेगी। इस काल में भ्रमण से काफी लाभ मिलेगा। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की प्रकृति दार्शनिक और गम्भीर हो जायेगी। गूढ़ विज्ञान में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की रूचि बढ़ेगी तथा हो सकता है शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती को परामनोवैानिक अनुभव भी प्राप्त हो।
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का फलादेश November 15, 2004 से November 15, 2011 तक
व्यापार धन्धै में इस अवधि में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती बहुत अच्छा काम करेंगे। अगर नौकरी पेशा हैं तो नौकरी की हालतों में सुधार होगा। व्यापार के विस्तृत होने की संभावना है। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की प्रतिष्ठा बढे़गी। इस दौरान हर क्षेत्र से शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती को सम्मान मिलेगा। परिवार जनों का बर्ताव बहुत अच्छा रहेगा। प्रतिस्पर्धा में सफल होंगे। दुश्मनों की शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का सामना करने की हिम्मत नहीं पड़ेगी। अचानक यात्रा सौभाग्य वृद्धि करेगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। सारे प्रयास कर सौभाग्यकाल को पूरी तरह भुनाने के लिये यह श्रेयस्कर समय है।
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का फलादेश November 15, 2011 से November 15, 2031 तक
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती सुविधा और विलास के साधनों पर खर्च करेंगे। उच्च कोटि का वैवाहिक सुख भोगेंगे। फिर भी अच्छा होगा कि शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती अपनी भोग वृती पर अंकुश लगायें वरना आनन्द प्राप्त करने के बजाय परेशानी उठानी पड़ जायेगी। छोटी मोटी बीमारी परेशान करेगी। प्रणय संबंधों की गति धीमी रखें। विरोधी और प्रतिद्वन्दी नुकसान पहुंचाने का प्रयत्न करेंगे। यघपि शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती उनकी परवाह नहीं करेंगे फिर भी शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती को सलाह दी जाती है कि ऐसा न करें। आर्थिक रूप से यह बुरा समय नहीं है पर खर्चो पर नियंत्रण रखें। परिवार जन के स्वास्थ्य के कारण शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती चिन्तित रह सकते हैं।
शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का फलादेश November 15, 2031 से November 15, 2037 तक
इस अवधि में जीवन के प्रति शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का धनात्मक दृष्टिकोण रहेगा और शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती में जरूरत से अधिक आत्मविश्वास रहेगा। सार्वजनिक क्षेत्र या सरकार में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती कोई महत्वपूर्ण पद संभालेंगे या सत्ता प्राप्त करेंगे। छोटी अवधि की यात्राएं करेंगे जो शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की कड़ी मेहनत के कारण सफलदायक होंगी। सामाजिक संस्थानों को शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती खुलकर दान देंगे। स्वास्थ्य बुरा रह सकता है तथा परिवार में भी बीमारियां फैल सकती हैं।