सुभाष चंद्रा
Nov 30, 1950
12:0:0
Hissar
75 E 45
29 N 10
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सुभाष चंद्रा के अनुसार विवाह जीवन का हिस्सा है, जिसे घटित होना ही है। साधारणतः सुभाष चंद्रा विवाह-बन्धन से अधिक मित्रता को मानते। सामान्यतः, सुभाष चंद्रा प्रेम पत्र नहीं लिखेंगे और जितना कम रोमांस सुभाष चंद्रा के प्रेम प्रसंग में आएगा, उतना ही अच्छा है। पर इससे ये निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए कि विवाह के प्रति सुभाष चंद्रा का दृष्टिकोण सम्बन्ध-विच्छेद से प्रभावित है। इसके विपरीत यदि एक बार सुभाष चंद्रा विवाह बन्धन में बंध गये, तो सुभाष चंद्रा इस सम्बन्ध को सामंजस्यव मानवतापूर्ण बनाने का प्रयास करेंगे, जोकि विवाह के कई सालों बाद भी जारी रहेगा।
स्वास्थ्य के बारे में सुभाष चंद्रा को चिन्ता करने की कोई भी जरूरत नहीं है। हाँलाकि सुभाष चंद्रा की शारीरिक-संरचना आदर्श नहीं है, परन्तु इसमें कोई बड़ी समस्या भी नहीं है। लेकिन सुभाष चंद्रा को ध्यान देने की आवश्यकता है। फेंफड़े सुभाष चंद्रा के दुर्बलतम अंग हैं, पर स्नायु भी सुभाष चंद्रा को परेशानी दे सकते हैं। सुभाष चंद्रा सिरदर्द एवं माइगे्रन से पीडि़त हो सकते हैं। जितना सम्भव हो प्राकृतिक जीवन जिएं, खुली हवा का आनन्द लें और अपने खान-पान का ध्यान रखें।
‘आउटडोर‘ सुभाष चंद्रा के खाली समय का अधिकांश भाग लेता है और सुभाष चंद्रा इसे बहुत ही लाभदायक पाते हैं। लेकिन डर यह है कि सुभाष चंद्रा उसे जरूरत से ज्यादा कर सकते हैं तथा अपनी शारीरिक संरचना को क्षति पहुंचा सकते हैं। सुभाष चंद्रा खुले में घूमना पसन्द करते हैं, अतः यदि सुभाष चंद्रा को घुड़सवारी आकर्षित नहीं करती है तो यह निश्चित है कि सुभाष चंद्रा तेज मोटरिंग या सम्भवतः ट्रेन में लम्बी यात्रा पसन्द करते हों। सुभाष चंद्रा पुस्तकों अथवा शैक्षिक यात्राओं से स्वयं को शिक्षित करने में रुचि रखते हैं। सम्भवतः इस प्रयास के द्वारा सुभाष चंद्रा ज्ञान से अधिक सन्तोष प्राप्त करते हैं।