विष्णु नारायण भटकखंड
Aug 10, 1860
7:53:40
Walkeshwar
72 E 50
18 N 57
5.5
Kundli Sangraha (Tendulkar)
सटीक (स.)
क्योंकि विष्णु नारायण भटकखंड धैर्यवान हैं और विष्णु नारायण भटकखंड एक स्थिर कार्य चाहते हैं, इसलिये विष्णु नारायण भटकखंड को जल्दबाजी की कोई आवश्यकता नहीं है। विष्णु नारायण भटकखंड को बैंकिंग,सरकारी सेवा, बीमा क्षेत्र जैसे क्षेत्रों में भाग्य आजमाइश करनी चाहिए जहां पर परिवर्तन धीरे-धीरे एवं सुनिश्चित तौर पर होता हो। विष्णु नारायण भटकखंड इस प्रकार के कार्य में न सिर्फ लम्बी दौड़ में बेहतर प्रदर्शन करेंगे बल्कि विष्णु नारायण भटकखंड को उसके भीतर देखने का धैर्य और साहस भी है।
विष्णु नारायण भटकखंड ऐसे किसी कार्य से प्रसन्न नहीं रहेंगे जो नीरस और सुरक्षित हो। जब तक कि विष्णु नारायण भटकखंड का कार्य विष्णु नारायण भटकखंड के लिये नित नई परेशानियां सुलझाने के लिये नहीं लाता, विष्णु नारायण भटकखंड संतुष्ट नहीं होंगे। परन्तु ऐसा कुछ भी जिसमें खतरे का थोड़ा सा तड़का हो वह विष्णु नारायण भटकखंड को और अधिक प्रसन्न करेगा। सर्जन,कन्सट्रक्शन इंजीनियर और उच्चतर प्रबन्धन आदि, इस तरह के कार्यक्षेत्र के कुछ उदाहरण हैं। सर्जन का कार्य विष्णु नारायण भटकखंड को इसलिये आकर्षित करता है क्योंकि लोगों की जिन्दगियां व विष्णु नारायण भटकखंड की स्वयं की प्रतिष्ठा विष्णु नारायण भटकखंड के कार्य पर हमेशा ही निर्भर करती हैं। एक कन्सट्रक्शन इंजीनियर को हमेशा ही निर्माण सम्बन्धी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हमारे कहने का आश्रय यह है कि ऐसा कोई कार्य जिसमें अत्यधिक क्षमता की जरूरज हो व हमेशा खतरों की सम्भावना हो।
विष्णु नारायण भटकखंड की आर्थिक स्थिति बहुत ही विरोधाभासी होगी। पहले तो विष्णु नारायण भटकखंड का भाग्य बहुत अच्छा चलेगा, किन्तु बाद में उतने ही समय के लिये बिल्कुल विपरीत दिशा में चलेगा और कुछ भी ठीक न होता हुआ प्रतीत होगा। विष्णु नारायण भटकखंड को को सभी प्रकार के जुए व सट्टेबाजी से दूर रहना चाहिए और अपने खर्चीले स्वभाव पर नियन्त्र रखना चाहिए। विष्णु नारायण भटकखंड धन सम्बन्धी अनिश्चित परिस्थितियों में फंस सकते हैं। विष्णु नारायण भटकखंड आरम्भिक स्थिति में कुछ धन प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन विष्णु नारायण भटकखंड उसे रोक नहीं पाते हैं। विष्णु नारायण भटकखंड के विचार व युक्तियाँ विष्णु नारायण भटकखंड की पीढी से आगे के होते हैं। विष्णु नारायण भटकखंड को अनिश्चितताओं में लिप्त होने में आनन्द आता है, परन्तु अन्त में ये विष्णु नारायण भटकखंड को नुकसान देंगे। विद्युत, वायरलॅस, रेडियो, टीवी, चलचित्र, भवन-निर्माण वसाथ ही साहित्य या अन्य कोई कल्पनाशील रचना आदि से जुड़े हुए विचार विष्णु नारायण भटकखंड के लिये श्रेष्ठ हैं।