रानी मुखर्जी
Mar 21, 1978
12:00:00
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
Rani Mukerji एक व्यावहारिक और क्षमतावान व्यक्ति हैं, Rani Mukerji की योग्यता पर कोई भी प्रश्नचिह्न नहीं लगा सकता। Rani Mukerji अनुशासित हैं और व्यवस्था को पसन्द करते हैं। ये गुण Rani Mukerji में पर्याप्त विकसित हैं और छोटी से छोटी बातों पर आवश्यकता से अधिक ध्यान देने के कारण Rani Mukerji जीवन की बृहत उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर पाते।Rani Mukerji संवेदनशील और सहृदय हैं। यदि Rani Mukerji को पता लगे कि Rani Mukerji का कोई निकट व्यक्ति अत्यन्त पीड़ा व दुःख में है, तो Rani Mukerji तुरन्त उसकी सहायता हेतु पहुँच जाते हैं।Rani Mukerji के अन्दर हिचकिचाहट है। यद्यपि Rani Mukerji के भीतर संसार में अपना मार्ग बनाने की क्षमता है। Rani Mukerji के अन्दर इतनी ऊर्जा है कि Rani Mukerji सफलता की किसी भी सीड़ी पर चढ़ सकें। किन्तु Rani Mukerji अपनी हिचकिचाहट के कारण अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाते, जबकि अन्य कम क्षमतावान लोग वहां तक पहुंच जाते हैं। अतः Rani Mukerji को अपनी काल्पनिक सीमाओं के बारे में सोचना नहीं चाहिए। Rani Mukerji को यह मानकर चलना चाहिए कि Rani Mukerji को सफलता मिलेगी हीे मिलेगी।Rani Mukerji वास्तविक तथा व्यावहारिक सोच रखते हैं। Rani Mukerji सदैव कुछ न कुछ प्राप्त करना चाहते हैं। Rani Mukerji के अन्तःकरण में कुछ पाने की इच्छा सदैव दीप्तिमान रहती है। यह Rani Mukerji को कभी-कभी व्यग्र बना देता है। लेकिन Rani Mukerji को अपनी उपलब्धियों पर सदैव हीे गर्व रहता है।
Rani Mukerji को प्रायः निराशा का सामना करना पडता है और Rani Mukerji को अधिक की उम्मीद रहती है। Rani Mukerji के इतने परेशान रहने के कारण Rani Mukerji को जिन बातों का डर लगता है वह प्रायः घटित हो जाती हैं। Rani Mukerji बहुत शर्मीले हैं, और स्वयं की अनुभूति एवं भावनाओं को व्यक्त करने में Rani Mukerji परेशानी महसूस करते हैं। यदि Rani Mukerji अपनी सारी सांसारिक समस्याओं को भूलकर प्रतिदिन कुछ क्षण ध्यान मुद्रा में बैठेंगे, तो पायेंगे कि दुनिया उतनी बुरी नहीं है जितनी प्रतीत होती है।Rani Mukerji एक ही स्थान पर टिककर रहने वालों में से नहीं होंगे और इसी वजह से अधिक समय तक अध्ययन करना Rani Mukerji को रास नहीं आएगा। इसका प्रभाव Rani Mukerji की शिक्षा पर पड़ सकता है और उसके कारण Rani Mukerji की शिक्षा में कुछ रुकावटें आ सकती है। अपने आलस्य पर विजय प्राप्त करने के बाद ही Rani Mukerji शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। Rani Mukerji के अंदर अज्ञात को जानने की तीव्र उत्कंठा है और Rani Mukerji की कल्पनाशीलता Rani Mukerji को अपने विषयों में काफी हद तक सफलता दिलाएगी। इसका दूसरा पक्ष यह है कि Rani Mukerji को अपनी एकाग्रता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ताकि जब Rani Mukerji अध्ययन करने बैठें तो Rani Mukerji को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े और Rani Mukerji की स्मरण शक्ति भी Rani Mukerji की मदद करे। यदि Rani Mukerji मन लगाकर मेहनत करेंगे और अपनी शिक्षा के प्रति आशान्वित रहेंगे तो कितने भी व्यवधान आएं, Rani Mukerji अपने क्षेत्र में सफल होकर ही रहेंगे।
Rani Mukerji को ऐसा लगता है कि जब Rani Mukerji के पास धन और भौतिक ऐश्वर्य होगा तभी लोग Rani Mukerji का सम्मान करेंगे। किन्तु यह सत्य नहीं है, अतः Rani Mukerji वही कार्य करें जो Rani Mukerji करना चाहते हैं।