रानी मुखर्जी
Mar 21, 1978
12:00:00
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
सामान्यतः, रानी मुखर्जी अपने जीवन साथी के सम्बन्ध में बहुत ही फिक्रमन्द हैं। रानी मुखर्जी वैवाहिक जीवन में गल्तियों से भयभीत रहते हैं, यही कारण है कि इस मामले में रानी मुखर्जी अत्यन्त ही सजग रहते हैं। परिणामस्वरूप, रानी मुखर्जी औसत समय की अपेक्षा देर से विवाह करेंगे। लेकिन विवाह के बाद रानी मुखर्जी एक खुशहाल व समर्पित जीवनसाथी होंगे।
रानी मुखर्जी के लिये आराम की विशेष महत्ता है। परिणामस्वरूप, रानी मुखर्जी स्वादलोलुप हैं और भोजन का पूर्ण आनन्द उठाते हैं। निश्चित तौर पर रानी मुखर्जी जीने के लिये नहीं खाते, अपितु खाने के लिये जीते हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि पाचन-तन्त्र रानी मुखर्जी के शरीर का ऐसा भाग है, जो रानी मुखर्जी को सर्वाधिक परेशानी देगा। रानी मुखर्जी को अपच जैसी बीमारियों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और जब वे आती हैं, तो उन्हें दवाओं के द्वारा ठीक करने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। रानी मुखर्जी को सैर एवं हल्का व्यायाम करना चाहिए। हमारी रानी मुखर्जी को यह सलाह है कि रानी मुखर्जी पर्याप्त ताजी हवा लें, भोजन पर नियन्त्रण रखें और फलों का सेवन करें। परन्तु यदि फिर भी कोई लाभ न हो, तो चिकित्सक के पास जाने से न झिझकें। पचास साल की आयु के पश्चात् आलस्य जैसे रोगों से दूर रहें। रानी मुखर्जी की चीजों को छोड़ने की आदत के कारण रानी मुखर्जी जिन्दगी से दूर होत जाएंगे। अपनी वस्तुओं में रूचि रखें, अपनी रुचियों का विकास करें एवं ध्यान रखें कि अगररानी मुखर्जी युवा-मण्डली में रहते हैं, तो रानी मुखर्जी कभी भी उम्र का शिकार नहीं होेते।
रानी मुखर्जी मानसिक रुचियों से समृद्ध हैं एवं व्यवस्थित कला रानी मुखर्जी के लिये बहुत महत्वपूर्ण है। रानी मुखर्जी अवकाश की योजना बनाने में अधिक आनन्द महसूस करते हैं, अपेक्षाकृत कि वास्तविक अवकाश पर जाने में। रानी मुखर्जी पुस्तकों और अध्ययन से प्रेम करते हैं एवं संग्रहालय में घूमने का मजा उठाते हैं। रानी मुखर्जी का पुरानी वस्तुओं की ओर विशेष झुकाव है, खासकर कि अत्यधिक प्राचीन वस्तुओं की ओर।