रानी मुखर्जी
Mar 21, 1978
12:00:00
Mumbai
72 E 50
18 N 58
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
रानी मुखर्जी कार्यालय की राजनीति से दूर रहना पसन्द करते हैं और पद के लिये लड़ना रानी मुखर्जी को पसन्द नहीं है। ऐसी स्थितियां ढूंढें जहां रानी मुखर्जी अकेले एवं अपनी पसन्द का कार्य अपनी गति से कर सकें। जैसे लेखन, चित्रकारी और कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग इत्यादि।
रानी मुखर्जी के अन्दर विचारों को शब्दों में व्यक्त करने की क्षमता है, अतः रानी मुखर्जी एक पत्रकार, शिक्षक या भ्रमणशील सेल्समैन के रूप में जाने जाएंगे। रानी मुखर्जी कुछ कहने से कभी नुकसान में नहीं रहेंगे। यह गुण रानी मुखर्जी को अध्यापन में भी बेहतर बनाता है। लेकिन जब रानी मुखर्जी का मन व्यग्र होता है, रानी मुखर्जी का प्रदर्शन बहुतही खराब होता है। ऐसा कोई भी कार्य जिसमें तीव्र सोच की आवश्यकता होती है,रानी मुखर्जी उसमें सफल होंगे। परन्तु यह एकसा कार्य नहीं होना चाहिए, अन्यथा रानी मुखर्जी को गम्भीर असफलता का सामना करना पड़ेगा। रानी मुखर्जी को परिवर्तन और विविधता पसन्द है, अतःकोई भी कार्य जिसमें रानी मुखर्जी को देश-विदेश का भ्रमण करना पड़े, रानी मुखर्जी के लिये उपयुक्त है। अपने लिये किया गया काम रानी मुखर्जी के लिये बेहतर होगा, बजाय कि दूसरे के लिये। रानी मुखर्जी स्वेच्छा से आना-जाना पसन्द करते हैं, अतः रानी मुखर्जी को अपना स्वयं का कार्य करना चाहिए।
रानी मुखर्जी के पास वित्तीय मामलों मे निर्णय लेने की क्षमता है। रानी मुखर्जी अपनी योजनाओं को साकार करने में सफल होंगे यदि रानी मुखर्जी के व्यावसायिक भागीदार उसका विरोध नहीं करता। अतः जहां तक सम्भव हो भागीदारी वाला व्यापार न करें। रानी मुखर्जी को अपने शुरुआती सालों में कठिन परिश्रम करना पड़ेगा। इसके बाबजूद,रानी मुखर्जी की उच्च सोच के कारण न कि भाग्य के कारण रानी मुखर्जी को पर्याप्त वित्तीय सफलता, पद व प्रतिष्ठा प्राप्त होगी। यह रानी मुखर्जी के लिये उचित होगा कि अपनी योजनाओं का क्रियान्वयन अकेले ही करें। यदा-कदा रानी मुखर्जी के कुछ निवेश रानी मुखर्जी के लिये भाग्यशाली साबित होंगे और रानी मुखर्जी निश्चय ही सामान्य से हटकर धन बनाने में सफल होंगे।