इस अवधि में भगवान दादा के क्रियाकलाप प्रशंसा के हकदार होंगे और भगवान दादा प्रचुर सम्मान प्राप्त करेंगे। भगवान दादा का आत्मविश्वास बढा चढ़ा रहेगा। भगवान दादा का सामाजिक क्षेत्र बढ़ेगा। छोटी यात्राएं सफलदायक रहेंगी। पारिवारिक उत्थान के लिये भगवान दादा कुछ महत्वपूर्ण कार्य करना चाहेंगे। अगर भगवान दादा शादी शुदा हैं तो वैवाहिक जीवन सुखद रहेगा। सहयोगियों और भागीदारों से खूब पटेगी। किसी बुजुर्ग से भगवान दादा सहारा प्राप्तकरेंगे। छोटे मोटे रोगों के उभरने की भी संभावना है।
भगवान दादा का फलादेश September 7, 1919 से September 7, 1938 तक
कोई महत्वपूर्ण चीज खोने का खतरा बना रहेगा। वरिष्ठ जनों या सत्ताधारी अफसरों से भगवान दादा के संबंध बिगड़ सकते हैं। लेन देन के व्यापार में हानि होने की भी संभावना है। भगवान दादा के मित्र या सहयोगी अपना वचन नहीं निभाएंगें। परिवारजनों के व्यवहार में भी फर्क आ जाएगा। मानसिक वेदना की स्थिति भगवान दादा के व्यवहार से परिलक्षित होती रहेगी। वैसे इस अवधि में गूढ मान या परामनोविाान आदि क्षेत्रों से कुछ मदद मिल सकती है। अच्छा यही होगा कि अपनी योग्यता और प्रतिभा पर ही निर्भर करें। अगर वसीयत प्राप्ति के इच्छुक है तो वह अचानक प्राप्त होकर भगवान दादा को चमत्कृत कर देगी। किसी की मौत की बुरी खबर मिल सकती है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
भगवान दादा का फलादेश September 7, 1938 से September 7, 1955 तक
व्यापार या व्यवसाय में भगवान दादा बहुत अच्छा काम करेंगे। व्यापार का विस्तार भी हो सकता है। इस अवधि के दौरान भगवान दादा पूरी तरह कर्मठ रहेंगे। वरिष्ठ लोगों या सत्तावान व्यक्तियों के साथ भगवान दादा के संबंधों में सुधार आयेगा। पारिवारिक माहौल संतोषप्रद रहेगा। भगवान दादा को वाहन भी प्राप्त हो सकता है। विदेशों से अच्छी खबर मिलने की संभावना है। घर में किसी शुभ कृत्य का आयोजन होगा।
भगवान दादा का फलादेश September 7, 1955 से September 7, 1962 तक
दूसरों की सही सलाह पर ध्यान न देने की भगवान दादा की चेष्टा रह सकती है। गलत और पापपूर्ण कार्यो से संलग्न रहने की संभावना है। गलत निर्णय के कारण भगवान दादा चिन्ताग्रस्त रह सकते हैं। इस अवधि में सनक और उन्माद से प्रेरित होकर काम न करें व भगवान दादा गहरी मुसीबत में पड़ सकते हैं। वैसे इस अवधि में भगवान दादा गूढ़ विज्ञान संबंधी कार्यों में प्रवृती रह सकते हैं। इस अवधि के दौरान भगवान दादा का स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहेगा।
भगवान दादा का फलादेश September 7, 1962 से September 7, 1982 तक
उच्च पदस्थ लोगों से भगवान दादा सम्मान प्राप्त करेंगे और उनके कृपा भाजन रहेंगे। माता पिता और गुरूजनों से संबंध अति मधुर रहेंगे। इस अवधि के दौरान भगवान दादा सुदूर प्रदेशों की यात्रा करेंगे। पारिवारिक जीवन भगवान दादा के लिये सुखद एवम् अनुकूल रहेगा। भगवान दादा के थोड़े प्रयत्न करने पर भी भगवान दादा की आमदनी बढ जायेगी। इस अवधि के दौरान विपरीत परिस्थितियों से सही तौर पर निपटने की भगवान दादा की क्षमता का विकास होगा। अगर भगवान दादा की पदोन्नति होने ही वाली है तो जैसी चाहेंगे वैसी ही होगी। भगवान दादा का दिमाग धार्मिक क्रियाकलापों एवम् जीवन संबंधी उच्च दर्शन की ओर आकृष्ट रहेगा। हर लिहाज से यह समय अच्छा है।
भगवान दादा का फलादेश September 7, 1982 से September 7, 1988 तक
इस अवधि में भगवान दादा बहुत क्रियाशील एवम् व्यस्त रहेंगे। व्यापार या नौकरी में सफलता प्राप्त करेंगे और अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कृपाभाजन रहेंगे। यह समय भगवान दादा की कर्मठता का समय सिद्ध होगा। व्यापार के कारण सफलदायक यात्राएं करेंगे। सब लिहाज से यह समय काफी संतोषप्रद सिद्ध होगा। इस समय में भगवान दादा अपनी सारी आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा जायेंगे।
भगवान दादा का फलादेश September 7, 1988 से September 7, 1998 तक
विद्वान एवम् पढ़े लिखे लोगों से सम्मान व प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। विदेशियों से संबंध सफलदायक रहेंगे। लम्बी यात्राओं की भी संभावना है। धार्मिक कृत्य करने की प्रवृति रहेगी। सुखी जीवन बितायेंगे। मां बाप से संबंध अति मधुर रहेंगे।
भगवान दादा का फलादेश September 7, 1998 से September 7, 2005 तक
यह बिल्कुल भी अच्छा समय नहीं है। ध्यान रखें। आर्थिक हानि की पूरी संभावना है। इस अवधि में कोई जोखिम न उठायें और सट्टेबाजी से बचें। स्वास्थ्य के कारण परेशानियां शुरू हो जायेंगी। अपने परिवार के सदस्यों से संबंधों में बिगाड़ होने की संभावना है। किसी परिचित की मृत्यु की खबर भी मिल सकती है।
भगवान दादा का फलादेश September 7, 2005 से September 7, 2023 तक
इस अवधि में भगवान दादा अपने उद्यमों में काफी सफल रहेंगे। काम करने के हालात में सुधार होगा। पैसा साधारण रूप से भगवान दादा के पास आयेगा। सरकार और सत्ताधारी व्यक्तियों व्दारा भगवान दादा का सब काम पूरा कर दिया जायेगा। अपने विरोधियों का भगवान दादा निश्चित रूप से पराभव कर देंगे। इस अवधि के मध्य में एक सुखद यात्रा अवश्य करेंगे। पारिवारिक वातावरण भी अच्छा रहेगा। नफे की सौदा होने की पूरी संभावना है। अगर भगवान दादा ने प्रार्थना की है तो आर्थिक साधन व रूपया पैसा अवश्य प्राप्त करेंगे। छोटी मोटी बीमारियां लगी रह सकती हैं।