J. Jayalalithaa
Feb 24, 1948
12:00:00
Mysore
76 E 38
12 N 17
5.5
Kundli Sangraha (Bhat)
सटीक (स.)
J. Jayalalithaa को ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए जिसमें J. Jayalalithaa समूह में काम करते हों और जहाँ कार्य सम्पन्न करने की समय-सीमा अनिश्चित हो।J. Jayalalithaa को कोई ऐसा कार्यक्षेत्र चुनना चाहिए, जहाँ सहभागिता से काम होता हो,उदाहरणार्थ समूह का नेतृत्व करना आदि।
J. Jayalalithaa के अन्दर विचारों को शब्दों में व्यक्त करने की क्षमता है, अतः J. Jayalalithaa एक पत्रकार, शिक्षक या भ्रमणशील सेल्समैन के रूप में जाने जाएंगे। J. Jayalalithaa कुछ कहने से कभी नुकसान में नहीं रहेंगे। यह गुण J. Jayalalithaa को अध्यापन में भी बेहतर बनाता है। लेकिन जब J. Jayalalithaa का मन व्यग्र होता है, J. Jayalalithaa का प्रदर्शन बहुतही खराब होता है। ऐसा कोई भी कार्य जिसमें तीव्र सोच की आवश्यकता होती है,J. Jayalalithaa उसमें सफल होंगे। परन्तु यह एकसा कार्य नहीं होना चाहिए, अन्यथा J. Jayalalithaa को गम्भीर असफलता का सामना करना पड़ेगा। J. Jayalalithaa को परिवर्तन और विविधता पसन्द है, अतःकोई भी कार्य जिसमें J. Jayalalithaa को देश-विदेश का भ्रमण करना पड़े, J. Jayalalithaa के लिये उपयुक्त है। अपने लिये किया गया काम J. Jayalalithaa के लिये बेहतर होगा, बजाय कि दूसरे के लिये। J. Jayalalithaa स्वेच्छा से आना-जाना पसन्द करते हैं, अतः J. Jayalalithaa को अपना स्वयं का कार्य करना चाहिए।
वित्त का प्रश्न J. Jayalalithaa के लिये अत्यन्त विशिष्ट है। J. Jayalalithaa के धन सम्बन्ध में हमेशा ही अनिश्चय व उतार-चढ़ाव की सम्भावना है,लेकिन J. Jayalalithaa अपने आविष्कारिक विचारों के कारण खूब धनार्जन करेंगे। J. Jayalalithaa कल्पनाओं और स्वप्न लोक में जीते हैं तथा निराशा को प्राप्त होते हैं। J. Jayalalithaa को हर प्रकार की सट्टेबाजी और जुए से दूर रहना चाहिए। आर्थिक मामलों में J. Jayalalithaa के साथ संभावित से अधिक असंभावित घटित होता है। J. Jayalalithaa के मस्तिष्क में मौलिक विचारों व युक्तियों का जन्म होगा, जोकि अन्य लोगों के विचारों से सामंजस्य स्थापित नहीं कर पाएगा। J. Jayalalithaa असामान्य तरीके पैसा बनाएंगे, J. Jayalalithaa एक आविष्कारक या असाधारण व्यवसायी होंगे। कई माइनों में, आविष्कार, जोखिम से जुड़े व्यापार इत्यादि में J. Jayalalithaa भाग्यशाली होंगे। J. Jayalalithaa के पास मौलिक विचार एवं उसके लिये योजनाएं होंगी, लेकिन उनके क्रियान्वयन के लिए भागीदार से सामंजस्य नहीं हो पाएगा। इस प्रकार J. Jayalalithaa अपनी कई उत्तम योजनाओं का दुःखद अन्त देखेंगे।