करण कुंद्रा
Oct 11, 1984
12:00:00
Jalandhar *
75 E 34
31 N 19
5.5
Unknown
अप्रामाणिक स्रोत (अ.स्रो.)
करण कुंद्रा के अन्दर विषय की गहराइयों को समझने की क्षमता है और करण कुंद्रा को उसी दिशा में कार्यक्षेत्र का चयन करना चाहिये। ये प्रोजेक्ट अपने करण कुंद्रा में पूर्ण होने चाहिये और उसे खत्म करने की कोई समय-सीमा या दवाब नहीें होनी चाहिये। उदाहरणार्थ, यदि करण कुंद्रा ‘इंटीरियर डीजाइन‘ को अपना कार्यक्षेत्र बनाते हैं, तो करण कुंद्रा के उपभोक्ताओं के पास प्रचुर धन होना चाहिये ताकि करण कुंद्रा अपना कार्य उत्तम तरीके से कर सकें।
ऐसे कई पारितोषिक कार्यक्षेत्र हैं, जहां पर करण कुंद्रा लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे कई सारे कार्यक्षेत्र हैं जहां पर मौलिकता आवश्यक है और जो पुरुष एवं स्त्री पर समान रूप से लागू होते हैं, वे सभी करण कुंद्रा के स्वभाव के अनुरूप हैं। यही गुण यदि दूसरी दिशा में उपयोग किये जाएं, तो व्यवस्था सम्बन्धी कार्यक्षेत्र में उपयोगी हो सकते हैं। इस तरह बड़े व्यापारिक संस्थानों के नेतृत्व के लिये करण कुंद्रा उपयुक्त हैं। ऐसे कार्यक्षेत्र जहां पर निरन्तर एक जैसा कार्य करना पड़ता है, उनसे करण कुंद्रा को बचना चाहिए। ऐसे कार्यक्षेत्र करण कुंद्रा के लिये उपयुक्त नहीं हैं।
करण कुंद्रा के पास वित्तीय मामलों मे निर्णय लेने की क्षमता है। करण कुंद्रा अपनी योजनाओं को साकार करने में सफल होंगे यदि करण कुंद्रा के व्यावसायिक भागीदार उसका विरोध नहीं करता। अतः जहां तक सम्भव हो भागीदारी वाला व्यापार न करें। करण कुंद्रा को अपने शुरुआती सालों में कठिन परिश्रम करना पड़ेगा। इसके बाबजूद,करण कुंद्रा की उच्च सोच के कारण न कि भाग्य के कारण करण कुंद्रा को पर्याप्त वित्तीय सफलता, पद व प्रतिष्ठा प्राप्त होगी। यह करण कुंद्रा के लिये उचित होगा कि अपनी योजनाओं का क्रियान्वयन अकेले ही करें। यदा-कदा करण कुंद्रा के कुछ निवेश करण कुंद्रा के लिये भाग्यशाली साबित होंगे और करण कुंद्रा निश्चय ही सामान्य से हटकर धन बनाने में सफल होंगे।